”दिशा रवि क्रिश्चियन है उसका पूरा नाम दिशा रवि जोसेफ है. इसलिए वो देश तोड़ने का काम कर रही है.” अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ नफरत भरा झूठ बुधवार की सुबह से सोशल मीडिया पर वायरल है. खासतौर से दक्षिणपंथी सोशल मीडिया यूजरों ने इसे पोस्ट किया. अक्सर झूठ फैलाते हुए पकड़े गए प्रशांत पटेल उमराव ने ट्वीट करके दावा किया ”दिशा रवि जोसेफ केरल की ‘सीरियाई क्रिश्चियन हैं. इस समुदाय के लोग हमेसा भारत को तोड़ने के आंदोलन में आगे रहते हैं.”
उमराव ने बाद में अपना ट्वीट डिलीट किया । उनके ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देख सकते हैं. इसके अलावा आंध्रप्रदेश से बीजेपी नेता रमेश नायडू नागोथू ने भी यही दावा किया.
गजेंद्रे सिंह चौहान समेत तमाम यूजर्स ने ट्विटर पर ये दावा किया. और ट्विटर पर ये टॉप ट्रेंड करने लगा.
फेसबुक पर भी ये वायरल है. कुछ लगातार फेक न्यूज फैलाने वाले हैंंडल इसे गांधी परिवार से भी जोड़ रहे हैं.
टूलकिट केस में 13 फरवरी को दिशा रवि को बेंगलूरू से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. दिशा पर आरोप है कि उन्होने किसानों के समर्थन वाले टूलकिट को एडिट और शेयर किया है.फिलहाल दिशा रवि दिल्ली पुलिस की 5 दिन की रिमांड पर हैं.
सच्चाई क्या है ?
हमे मेन स्ट्रीम मीडिया के सभी न्यूज आउटलेट्स की वेबसाइट्स में दिशा रवि का नाम कहीं भी ‘दिशा रवि जोसेफ’ नहीं लिखा दिखाई दिया. ‘The News Minute’ की वेबसाइट ने दिशा के वकील के हवाले से लिखा है ”दिशा का पूरा नाम दिशा अनप्पा रवि है. और वो हिन्दू हैं. दिशा की नां का नाम मंजुला ननजाइहा है और उनके पिता का नाम रवि है.”’ दिशा बेंगलूरू के माउंट कार्मेल कॉलेज की छात्रा रहीं है. इंडिया चेक ने स्कूल में दिशा के कुछ दोस्तों से बात की तो उन्होने नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर बताया ”वायरल दावा पूरी तरह गलत है. दिशा क्रिश्चियन नहीं हिन्दू हैं. दोस्तों ने भी दिशा का पूरा नाम ‘दिशा ए रवि’ बताया. दिशा के कॉलेज माउंट कार्मेल के बारे में सर्च करने पर हमे साल 2018 की कॉलेज के वार्षिक दिवस की रिपोर्ट मिली जिसमें दिशा का नाम लिखा था. दरअसल उस रिपोर्ट में दिशा कॉलेज फेस्टिवल के बारे में अपना अनुभव बता रही हैं. इसमें भी उनका नाम ‘दिशा ए रवि’ लिखा है. ये रिपोर्ट आप यहां देख सकते हैं. नीचे स्क्रीन शॉट है.
दिशा ए रवि कन्नड हैं . और लिंगायत समुदाय से आती हैं. कर्नाटक में लिंगायत एक प्रमुख समुदाय है. 20 प्रतिशत के आसपास राज्य में इनकी जनसंख्या है.
निष्कर्ष
सोशल मीडिया पर दिशा को क्रिश्चियन बताने की मुहिम एक तरह से दूसरे धर्म के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश है कोई भी व्यक्ति किसा भी धर्म का हो कानून सबके लिए बराबर है. दिशा रवि का पूरा नाम दिशा अनप्पम रवि है दिशा रवि जोसेफ नहीं.
दावा-दिशा रवि का पूरा नाम दिशा रवि जोसेफ है
दावा करने वाले –दक्षिणपंथी सोशल मीडिया यूजर
सच-दावा झूठा है