एक्टिविस्ट फादर स्टेन स्वामी की आज मुंबई के एक अस्पताल में मौत हो गई. स्टेन स्वामी पिछले काफी दिनों से बीमार थे. बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद उन्हे हाल ही में जेल से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी मौत के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है. जिसमें बिस्तर पर जंजीर से बंधे एक बुजुर्ग व्यक्ति बैठे हुए दिखाई देते हैं. दावा किया जा रहा है कि ये फादर स्टेन स्वामी हैं. ट्विटर पर कई लोगों ने तस्वीर के साथ लिखा कि फादर के साथ किस तरह का बर्ताव किया जाता था. ऑरिजनल पोस्ट आप यहां औऱ यहां देख सकते हैं.
फेसबुक पर भी इस तस्वीर को फादर स्टेन के नाम से पोस्ट किया जा रहा है. इसे आप यहां और यहां देख सकते हैं.
84 साल के फादर स्टेन को पिछले साल अक्टूबर के महीने में NIA ने रांची से गिरफ्तार किया था. उनके ऊपर भीमा कोरेगांव केस में हिंसा फैलाने वाले भाषण देने का आरोप लगाया था. माओवादियों से संबंधों के आरोप भी उन पर लगाए गए थे. उनकी गिरफ्तारी UAPA के तहत की गई थी. पिछले 7 महीने से वो जेल मे थे. फादर स्टेन पार्किमंसन औऱ कई अन्य बीमारियों से पीड़ित थे. जेल में उन्हे कोविड भी हो गया था. उऩकी मौत के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर शोक प्रकट करने वालों का तांता लग गया. इसी दौरान लोगों ने तस्वीर भी पोस्ट की.
सच क्या है?
तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च कराने पर बहुत सारे परिणामों में वायरल तस्वीर दिखाई देती है.रिपोर्ट में बताया गया कि ये यूपी के एटा में 92 साल के बाबूराम सिंह की तस्वीर है. बाबूराम हत्या के मामले में दोषी है. तबीयत खराब होने की वजह से उन्हे इसी साल मई के महीने में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चेन से बांधे जाने की वजह से मेन स्ट्रीम मीडिया में भी इसे खूब कवर किया गया था. जिसके चलते एटा जेल के व़ॉर्डन को सस्पेंड कर दिया गया था. इंडिया टुडे और यूपी के न्यूज चैनल एबीपी गंगा की रिपोर्ट आप यहां और यहां देख सकते हैं.
निष्कर्ष
हमारी जांच में ये साबित होता है कि वायरल तस्वीर फादर स्टेन स्वामी की नहीं है. ये तस्वीर हत्या के दोषी बाबूराम सिंह की है.