बांग्लादेश में भड़की हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है. तस्वीर में पुजारी की तरह दिख रहा शख्स टोपी पहने कुछ लोगों को खाना खिला रहा है. दावा किया जा रहा है कि खाना खिलाने वाला व्यक्ति इस्कॉन के स्वामी निताई दास हैं जिनकी बांग्लादेश में हाल ही में भड़की हिंसा में हत्या कर दी गई. फिल्म मेकर अशोक पंडित ने ट्विटर पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा ”ये स्वामी निताई दास प्रभू हैं जिनकी पिछले शनिवार को बांग्लादेश के इस्कॉन मंदिर में हत्या कर दी गई. स्वामी आमतौर पर ईद के दौरान मुसलमानों को इफ्तार कराते थे. पश्चिम बंगाल के पीरजादा सिद्धीक की तरह के कुछ मुस्लिम नेताओं ने इस हत्या का समर्थन किया है. शर्मनाक”

इसी तरह ट्विटर यूजर राहुल झा ने पर यही तस्वीर पोस्ट की है. राहुल के प्रोफाइल के अनुसार ये बीजेपी किसान मोर्चा से जुड़़े हैं. और पीएम मोदी इनको ट्विटर पर फॉलो करते हैं.

फेसबुक पर भी ये तस्वीर इस दावे के साथ वायरल है. एक फेसबुक यूजर ने लिखा ‘’ध्यान दीजियेगा ये है इस्कॉन मंदिर के स्वामी “निताई दास”.ये हर रमजान मे रोजा-इफ्तारी करवाते थे…बंगलादेश मे कल इनकी नृशंस हत्या कर दी गयी….और निभा लो हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा ’’

बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान पंडाल में कुरान के अपमान की अफवाह फैलने के बाद हिंसा भड़क उठी थी. इस हिंसा में कई लोग मारे जा चुके हैं. नोआखाली में स्थित इस्कॉन मंदिर में भी हमला किया गया था.

सच क्या है ?

वायरल तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर एक वेबसाइट की न्यूज रिपोर्ट में ये तस्वीर दिखाई देती है. रिपोर्ट के अनुसार ये तस्वीर पश्चिम बंगाल के मायापुर इस्कान मंदिर में संगठन के 50 साल पूरे होने के मौके पर रमजान के महीने के दौरान इफ्तार की दावत की है. ये कार्यक्रम साल 2016 में आयोजित किया गया था. तस्वीर के कैप्शन के अनुसार मुसलमानों को खाना खिलाते दिख रहे शख्स का नाम स्वामी निताई दास ही है.ये रिपोर्ट आप यहां पढ़ सकते हैं. नीचे रिपोर्ट के साथ प्रकाशित तस्वीर का स्क्रीन शॉट है.

हमने इस तस्वीर के सिलसिले में इस्कॉन के नेशनल कम्युनिकेशन डायरेक्ट युधिष्ठर दास से संपर्क किया तो उन्होने बताया कि वायरल तस्वीर मायापुर इस्कॉन मंदिर की ही है. औऱ तस्वीर में दिख रह व्यक्ति स्वामी निताई दास ही हैं. लेकिन उऩकी मौत नहीं हुई हैं. और ना ही वो बांग्लादेश में रहते हैं. उन्होने ने बताया कि स्वमी निताई दास का असली नाम Ivan Antic है और मूल रूप से क्रोएशिया के निवासी हैं. थोड़े दिन पहले वो अपने देश लौट गए हैं. उनकी फेसबुक फ्रोफाइल भी आप यहां देख सकते हैं.

बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर में हुई हिंसा को लेकर इस्कॉन की तरफ से एक प्रेस रिलीज भी जारी की है जिसमें संगठन के मरने वाले औऱ घायल होने वालों के नाम दिए गए हैं. नोआखली में इस्कॉन मंदिर में हुए हमले में दो लोग मारे गए जिनका नाम प्रांता चंद्र दास और जतन चंद्र दास है. घायल भक्त का नाम निमाई चंद्र दासहै जो अस्पताल में भर्ती हैं. इसमें भी स्वाई निताई दास का नाम कहीं नही है.

निष्कर्ष

वायरल तस्वीर बांग्लादेश की नहीं है. तस्वीर में दिख रहे शख्स का नाम स्वामी निताई दास है लेकिन उनकी मौत नहीं हुई है. तस्वीर के बारे में बताई जा रही बातें अफवाह हैं.

दावा- तस्वीर में मुसलमानों को खाना खिलाते दिख रहे शख्स की बांग्लेदेश में हत्या कर दी गई

दावा करने वाले-सोशल मीडिया यूजर

सच-दावा गलत है

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