2002 में हुए गुजरात दंगों पर बनी BBC की विवादास्पद डाक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन‘ पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का 21 फरवरी 2023 को समाचार एजेंसी एएनआई को इंटरव्यू देते हुए एक बयान सामने आया है. न्यूज एजेंसी ANI की एडिटर स्मिता प्रकाश ने जयशंकर का ये इंटरव्यू किया था. इंटरव्यू में जयशंकर की पर्सनल लाइफ से लेकर प्रोफेशनल लाइफ और हाल ही में BBC डॉक्युमेंट्री ‘द मोदी क्वेश्चन’ को लेकर हुए विवाद पर सवाल पूछे गए. स्मिता प्रकाश एक जगह पूछती हैं कि बीबीसी डॉक्युमेंट्री को बैन करने पर उऩका क्या रुख है तो जयशंकर कहते हैं ‘आप (bbc) झूठा आरोप लगाकर अपमानित करते हैं और कहते हैं ये सत्य की खोज है जिसे हमने 20 साल बाद बताने का फैसला किया. क्या आप इस टाइमिंग को आकस्मिक समझती हैं ?’ इसके बाद जयशंकर कहते हैं कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री का समय आकस्मिक नहीं है।कभी-कभी भारत में राजनीति हमारी सीमाओं में नहीं, बल्कि बाहर से शुरू होती है। सन् 1984 में दिल्ली में बहुत कुछ(सिख विरोधी दंगे) हुआ लेकिन हम इस पर बनी एक भी डाक्युमेंट्री नहीं देखते हैं। अचानक एक दिन आप महसूस करते हैं कि आप एक मानवतावादी हैं और जिन लोगों ने गलत किया है, उन्हें न्याय मिलना चाहिए”। जयशंकर आगे सलाह देते हैं कि इस तरह के एजेंडे से मूर्ख नहीं बनना चाहिए. निस्संदेह जयशंकर का इशारा 1984 में दिल्ली में हुए सिख विरोधी दंगों की ओर था।
जयशंकर द्वारा एएनआई को दिया पूरा इंटरव्यू यहां सुना जा सकता है। लगभग एक घंटा और 42 मिनट लंबे इंटरव्यू में बीबीसी पर बातचीत करीब 50: 40 से लेकर 57:00 टाइमस्टैंप तक देखी जा सकती है.
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सच क्या है ?
विदेश मंत्री एस जयशंकर के दावे की जांच के लिए हमने सिम्पल गूगल सर्च किया। हमें पता चला कि 2010 में, BBC ने ‘ 1984: ए सिख स्टोरी ‘ नामक कार्यक्रम प्रसारित किया था, यह कार्यक्रम स्वर्ण मंदिर, ब्लू स्टार, इन्दिरा गांधी की हत्या और दिल्ली में हुए आम सिखों की हत्या पर आधारित था।
लगभग एक घंटे की इस डॉक्यूमेंट्री को उस समय की बीबीसी की पत्रकार सोनिया देओल ने शूट किया था। डॉक्युमेंट्री मे 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को भिडरावाले के कब्जे से खाली करवाने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाने के आदेश से लेकर इंदिरागांधी की हत्या और उसके बाद सिख विरोधी दंगों के बारे में पूरी जानकारी है. तमाम गवाहों और घटना से जुड़े लोगों के इंटरव्यू इसमे किए गए हैं. इंदिरा गांधी की हत्या उऩके दो सिख बॉडीगार्ड द्वारा किए जाने की खबर के बाद कैसे दिल्ली मे हालात बेकाबू हो गए और हजारों सिखों की हत्या कर दी गई, ये भी डॉक्युमेंट्री में काफी डिटेल से दिखाया गया है. सोनिया ने दिल्ली के उऩ सभी इलाकों का दौरा किया जहां दंगों का सबसे ज्यादा प्रभाव रहा.
कुछ और सर्च करने पर पता चलता है कि BBC ने एक नहीं कुछ और कार्यक्रम भी 1984 पर बनाए हैं. साल 2009 में ‘Indira Gandhi’s death remembered’, 2013 में बीबीसी हिंदी ने 84 दंगे: ‘आगे भी मौत थी, पीछे भी मौत के नाम से एक फीचर पब्लिश किया. 2014 में बीबीसी रेडियो ने दिल्ली में सिख दंगों के पीड़ितों पर ‘Assassination: When Delhi Burned‘, 2014 में ही कांग्रेस नेताओं के सिंख दंगों में रोल पर एक बड़ी रिपोर्ट प्रकाशित की जिसका नाम था ‘Delhi 1984: India’s Congress party still struggling to escape the past’. इसके अलावा भी कई रिपोर्टस, फीचर पब्लिश किए हैं. 2014 में BBC के मार्क टुली की डॉक्यूमेंट्री ‘Gunfire Over the Golden Temple’ में भी 1984 में अमृतसर में सिख स्वर्ण मंदिर पर भारतीय सेना के हमले के परिणामों की समीक्षा की गई थी. जांच की गई थी। इसके अलावा भी 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों पर बीबीसी स्टोरी/रिपोर्ट [ 1, 2, 3 ] करता रहा है।
निष्कर्ष
1984 पर साल 2010 में BBC पत्रकार सोनिया देओल ने अमृतसर से लेकर दिल्ली तक स्वर्णमंदिर मे ऑपरेशन ब्लूस्टार से लेकर दिल्ली मे सिख विरोधी दंगों पर एक विस्तृत डाक्युमेंट्री बनाई थी. इसका नाम 1984: ए सिख स्टोरी है. इसके अलावा भी बीबीसी ने तमाम रिपोर्ट, फीचर और कई डाक्युमेंट्री 1984 के दंगों के अलग-अलग आयामों पर पब्लिश की हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर का मोदी पर बनाई बीबीसी की डॉक्युमेंट्री पर ये कहना कि उऩ्होने 1984 के दंगों पर डाक्युमेंट्री क्यों नहीं बनाई गलत जानकारी है.