सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें घुटनों पर बैठे व्यक्ति को एक दूसरा व्यक्ति लात मारता हुआ नजर आ रहा है और उनके पीछे कई सारे लोग मेज-कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो चीन का है जहां सार्वजनिक स्थलों पर नमाज़ पढ़ने और धार्मिक आचरण करने की इज़ाजत नहीं है। अभिषेक कुशवाहा नाम के वेरिफाइड ट्विटर यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए ट्वीट के कैप्शन में लिखा, “चीन में सार्वजनिक जगह पर नमाज़ अदा करते उइगुर मुस्लिम की क्रूरतापूर्वक दूसरे समुदाय के व्यक्ति द्वारा पिटाई की गई”
इसके अलावा भी कई अन्य ट्वीट देखें जा सकते हैं –
इसके अलावा इसे फेसबुक पर यहाँ और यहाँ देखा जा सकता है.
वायरल वीडियो का सच क्या है?
वायरल वीडियो का पता लगाने के लिए हमने वीडियो के कुछ फ्रेम्स को Yandex पर सर्च किया इस दौरान हमें वायरल विजुअल्स दिखाती हुई कई मीडिया संस्थानों की रिपोर्ट्स मिलीं। दिसंबर 2020 को प्रकाशित matichon.co.th, hilight.kapook.com और डेली न्यूज़ थाइलैंड के मुताबिक यह वीडियो थाईलैंड के मुआंग समुत सखोन में एक ऋण कंपनी का है ।
घटना जनवरी 2020 में दर्ज की गई थी दरअसल पीड़ित, जो कंपनी का कर्मचारी है, देनदार का पैसा इकट्ठा नहीं कर सका। पीड़ित (Mister Ton) ने अक्टूबर 2019 में फेसबुक के माध्यम से इस कंपनी में नौकरी के लिए आवेदन किया था जिसके साथ कम्पनी के सीनियर कर्मचारी ने मारपीट की।
घटना के वीडियो को फेसबुक पर यहां देखा जा सकता है जहां कम्पनी का एक सीनियर कर्मचारी पीड़ित को बेरहमी से पीट रहा है।
यह वीडियो पहले भी कई दावों के साथ वायरल हो चुका है। जिसका फैक्ट चेक यहां, यहां, यहां और यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष
indiacheck ने अपनी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे को झूठा पाया है। वायरल वीडियो चीन का नहीं बल्कि थाइलैंड का है। वीडियो में पीड़ित व्यक्ति पर पैसे का हेरफेर करने का आरोप लगा था जिसके कारण कम्पनी के सीनियर कर्मचारी ने उसकी पिटाई कर दी।
दावा – चीन में सार्वजनिक जगह पर नमाज़ अदा करते उइगुर मुस्लिम की क्रूरतापूर्वक दूसरे समुदाय के व्यक्ति द्वारा पिटाई की गई
दावा किसने किया – सोशल मीडिया यूजर्स ने
सच – दावा झूठा है