होली पर HUL कंपनी के सर्फ एक्सेल के विज्ञापन पर छिड़ा विवाद अब शांत हो गया है।इसे लेकर तमाम तरह की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। किसी ने कहा इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। कोई सर्फ एक्सेल को भारी भारी नुकसान होने की बात कर रहा है। आइए पहले देखते हैं इस विज्ञापन को।
विज्ञापन पर प्रतिक्रया
सर्फ एक्सेल को लेकर झूठी खबरें
और कुछ ने तो टाइम्स ऑफ इंडिया का फर्ज़ी ट्वीट बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
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इन सबका फैक्ट चेक किया जा चुका है औऱ ये सारी खबरें गलत साबित हुई।Toi ने भी इसका फैक्ट चेक किया और खुद के नाम से वायरल हुई खब को गलत बताया। सर्फ एक्सेल बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान लीवर को मेल भेजकर हमने इस सिलसिले से जुड़े कुछ सवाल पूछे जिसका जवाब कंपनी ने दिया है। कंपनी के अनुसार उसे इस विवाद की वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ। औऱ ना ही उनके उत्पादों की बिक्री में कोई कमी आई है। एक सवाल के जवाब में कंपनी की तरफ से कहा गया कि उन्होने इस विज्ञापन को नहीं हटाया। इस तरह के विज्ञापन एक निश्चित समय के लिए होते हैं। सवाल औऱ जवाब आप नीचे देख सकते हैं।
इस विवाद के बारे में किये गए सवाल पर कंपनी ने अपने ब्रांड औऱ अभियान की फिलॉसफी बताई।
सर्फ एक्सेल #RangLaayeSang अभियान ब्रांड के ‘Daag Acche Hain’ फिलॉसफी को आत्मसात करता है। ये अभियान ये दिखाता है कि होली के रंग मतभेदों को बुलाने औऱ लोगों को एक साथ लाने के लिए कैसे कारगर हो सकते हैं। विज्ञापन में, आप दो मासूम बच्चों को देखते हैं जो त्योहार की सच्ची भावना में दोस्ती और एकदूसरे से लगाव का प्रदर्शन करते हैं। यह सही यने में भारत के धर्मनिरपेक्ष, बहुलतावादी औऱ एकदूसरे की परवाह करने वाले समाज की भावना को व्यक्त करता है।
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