मुसलमानों को वोट देने से रोकने का सच

ये वीडियो आपने भी देखा होगा सोशल मीडिया पर, जिसमें पुलिसकर्मी मुसलमानों से मार-पीट करते नज़र आ रहे हैं। इसके साथ ही एक संदेश भी है जिसमें कहा गया है कि ‘’मुसलमानों को वोट देने से मोदी सरकार, शिवसेना, आरएसएस  रोक रही है। मीडिया इसे नहीं दिखाएगा , कृपया इसे शेयर करें,मोदी और आरएसएस पर कार्रवाई बहुत ज़रूरी है।’’

इसे ट्विटर और फेसबुक पर शेयर किया जा रहा है। फेसबुक पर शेयर किए गए वीडियो को आप यहां देख सकते हैं।

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मुसलमानों को वोट देने से रोकने की सच्चाई

सबसे पहले हमने वीडियो को गौर से देखना शुरू किया तो ये पता लगा कि ये वीडियो गुजरात का हो सकता है। वीडियो में साइनबोर्डस गुजराती भाषा में थे। वीडियो जो आवाज़ें सुनाई देती हैं वो भी गुजराती भाषा में है। और गाड़ियों की नंबर प्लेटस पर gj लिखा दिखाई देता है। इससे ये लगभग साबित हो जाता है कि ये घटना गुजरात की है।

मुसलमानों से मारपीट के वीडियो का स्क्रीन शॉट जिसमें साइनबोर्ड, नंबर प्लेट गुजरात के हैं
वीडियो मे साइन बोर्ड, नंबर प्लेट का स्क्रीन शॉट

फिर गूगल रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिए हमें कई रिपोर्ट इस वीडियो से जुड़ी मिली। अकिला न्यूज़, जो की एक गुजराती भाषा की वेबसाइट है उसमें एक रिपोर्ट हमे मिली जिसमें इस घटना का ज़िक्र है। इस रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीरे और वीडियो की तस्वीरें एक तरह की थीं। ये रिपोर्ट 1 अप्रैल को पब्लिश की गई है।रिपोर्ट के मुताबिक ये घटना गुजरात के वीरामगम तहसील के भाथीपुर इलाके में हुई थी।

अकिला न्यूज़ की वेबसाइट में छपी रिपोर्ट का स्क्रीन शॉट
अकिला न्यूज की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट का स्क्रीन शॉट

इंडियन एक्सप्रेस ने भी ये रिपोर्ट प्रकाशित की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक महिला के कब्रिस्तान की दीवार पर कपड़े सुखाने को लेकर ये विवाद शुरू हुआ जो दो समुदायों के बीच हिंसा में बदल गया। घटना इसी साल 31 मार्च की है। पुलिस के वहां पहुंचने पर उसके ऊपर भी पथराव किया गया जिसकी वजह से पुलिस को लोगों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा था। इस घटना में कुछ लोग घायल भी हुए थे। ये घटना 31 मार्च की है जबकि लोकसभा चुनाव का पहला चरण शुरू हुआ 11 अप्रैल को ।


निष्कर्ष

दावा- मुसलमानों को वोट देने से मोदी सरकार, शिवसेना, आरएसएस  रोक रही है

दावा करने वाले- फेसबुक , ट्विटर यूज़र

सच- ये दावा गलत है

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