महाबलीपुरम के ममलापुरम बीच पर पीएम मोदी का कूड़ा बीनते हुए एक वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है. इस वीडियो को मोदी ने खुद ट्विटर पर पोस्ट किया था. इसे लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं. कुछ लोगों ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि इस वीडियो को शूट करने के लिए काफी तैयारी की गई थी. ये बनावटी है. और इसे सिर्फ अपनी इमेज के लिए कैमरे लगवाकर आयोजित किया गया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट में वकील ब्रजेश कलप्पा ने एक तस्वीर पोस्ट करते हुए तंज किया ”इस सुबह पांच सितारा बीच को साफ करते हुए पीएम मोदी का वीडियो बनाने वाले 25 क्रू मेंबर का एक दल”
इस पोस्ट को 100 से ज्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका है.शिवगंगा से कांग्रेस सांसद औऱ पूर्व मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने कई तस्वीरे का कोलाज पोस्ट किया. औऱ साथ में लिखा ”जयश्री राम” . इन तस्वीरों में दो तस्वीर उसी वीडियो से हैं जो पीएम मोदी ने शेयर किया था. एक तस्वीर जिसमें कैमरा क्रू दिखाई दे रहा है वो उस वीडियो में नहीं है.
कार्ति चिदंबरम की इस पोस्ट को 1600 से ज्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका है.फेसबुक पर भी ये तस्वीरें वायरल हैं. ‘I am with vinod dua’ फेसबुक पेज पर इसे शेयर किया गया है. साथ में संदेश लिखा ‘पहले कचरा फैलाया फिर स्कैन किया फिर कैमरे सेट किये, और उसके बाद मोदी जी का काम शुरू’
ये भी पढ़ें
मोदी-मनमोहन की विदेश यात्राओं पर अमित शाह का दावा झूठा
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दो दिवसीय भारत यात्रा के महाबलीपुरम के समुद्र किनारे बसे ममलापुरम शहर में रुके थे. पीएम मोदी भी उनके साथ यहीं थे. मोदी ने इस दौरान ममलापुपरम बीच में तड़के जॉगिंग के साथ-साथ कूड़ा बीनते हुए अपना एक 3 मिनट का वीडियो शेयर किया था. सुबह-सुबह जॉगिंग और गंदगी साफ करने का अंग्रेज़ी में एक टर्म है जिसे प्लॉगिंग (plogging) कहते हैं. स्वीडन में ये एक्टिविटी काफी लोकप्रिय है.
फैक्ट चेक
पहली तस्वीर
ये तस्वीर स्कॉटलैंड की है. तस्वीर में कैमरा क्रू एक फिल्म की शूटिंग की तैयारी कर रहा है. रिवर्स इमेज सर्च के दौरान ये तस्वीर हमे ‘Tayscreen’ नाम की वेबसाइट पर मिली. ये वेबसाइट मीडिया और फिल्म प्रोडक्शन का काम करती है. ये लोकेशन फिल्म और विज्ञापन की शूटिंग के लिए काफी लोकप्रिय है. यहां हॉलीवुड की फिल्मों की भी शूटिंग होती है.
दूसरी तस्वीर
ये तस्वीर कोझीकोड की है. इसे अप्रैल 2019 मे लिया गया है. 23 अप्रैल को चुनाव से पहले यहां पीएम मोदी की सभा होनी थी उसके पहले सुरक्षा इंतजाम का जायज़ा लिया जा रहा है.
द हिन्दू अखबार की पूरी रिपोर्ट आप यहां पढ़ सकते हैं.
निष्कर्ष
सोशल मीडिया पर मोदी की सफाई करते तस्वीर को नाटक बताकर जो तस्वीरें शेयर की जा रही हैं वो गलत हैं. इन तस्वीरों का मोदी की सफाई करने की तस्वीरों से कोई लेना देना नहीं है.
हमारी फैक्ट चेक स्टोरी में अगर आपको कोई गलती नज़र आती है तो आप हमें ज़रूर लिखें. हम अपनी गलतियों को स्वीकार करने के लिए पूरी तरह से हमेशा तैयार रहते हैं. आप हमें info@indiacheck.in या indiacheck1@gmail.com पर मेल कर सकते हैं. हम एक प्रक्रिया के तहत जांच करेंगे औऱ गलती पाए जाने पर स्टोरी को अपडेट करेंगे. आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. हमारा ट्विटर हैंडल है @indiacheck1