दिवाली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत लक्ष्मी कैंपेन का मशहूर महिला खिलाड़ियों ने ट्विटर पर धन्यवाद किया. अपने-अपने खेलों में भारत का नाम रोशन करने वाली 8 महिला खिलाड़ियों ने ट्विटर पर #BharatKiLaxmi हैशटेग का इस्तेमाल करते हुए पीएम मोदी का धन्यवाद किया. इन खिलाड़ियो में बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, सायना नेहवाल, बॉक्सर मैरी कॉम, निखत ज़रीन, रेसलर पूजा ढांडा, पैडलर मनिका बत्रा, बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन औऱ शूटर अंजुम मॉदगिल शामिल रहीं. लेकिन चौंकाने वाली बात ये थी कि इन सभी खिलाड़ियों के ट्वीट का हर शब्द एक जैसा था. इन सभी ने अंग्रेजी में ये ट्वीट किया.
“I thank @narendramodi for his initiative to honour and empower women this Diwali. Acknowledgement motivates us to work harder and make India proud. #bharatkilaxmi,”
नीचे आप सायना नेहवाल का ट्वीट देख सकते हैं.
नीचे एक स्क्रीन शॉट है. गौर से देखेंगे तो आपको पता लग जाएगा कि सारे ट्वीट एक ही तरह के हैं.
ऐसा लगता है कि किसी ने इनको लिखकर एक साथ ट्वीट करने के लिए दिया है. इस बात को पुख्ता करता है पूजा ढांडा का ट्वीट. ट्वीट के लिए जो वाक्य दिये गये थे उससे पहले इसे लिखने वाले ने ‘text’ लिखा था. ढांडा ने ट्वीट करते समय इस शब्द को भी नहीं हटाया और ये भी उनके ट्वीट में शामिल हो गया.
Text: I thank @narendramodi for his initiative to honour and empower women this Diwali. Acknowledgement motivates us to work harder and make India proud. #bharatkilaxmi
हालांकि ट्वीटर पर वायरल होने के बाद उन्होने इसे डिलीट कर दिया लेकिन इसका आर्काइव्ड वर्जन आप यहां देख सकते हैं.
एक ही तरह के ट्वीट का मतलब क्या है ?
सोशल मीडिया पर किसी अभियान की सफलता उसके ट्रेंड होने से मापी जाती है. अगर अभियान का हैशटैग ट्रेंड करने लगता है तो मान लिया जाता है कि ये लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है. जिसका अलग-अलग तरीके से लाभ होता है. राजनीति में ये तरीका पब्लिक ओपिनियन बनाने औऱ बिगाड़ने में इस्तेमाल किया जाता है.करपोरेट में ये धंधे के नफा-नुकसान को काफी प्रभावित करता है. सोशल मीडिया को समझने वाले विशेषज्ञ इसकी रणनीति बनाते हैं. लेकिन समानशब्दों वाले संदेश अगर बहुत सारे लोग एक हैशटैग पर पोस्ट करते हैं तो समझा जाता है कि गलत तरीकों का इस्तेमाल करके हैशटेग को ट्रेंड कराने की कोशिश की जा रही है. किसी भी हैशटेग पर लोगों को अपने विचार पोस्ट करने चाहिए. वो जो कुछ लिख रहे हैं उन्हे अपने विवेक से लिखना चाहिए. अगर इसे कोई प्रभावित करता है या बहुत सारे लोग समान संदेश को पोस्ट करते दिखाई देते हैं तो इसका मतलब है कि कैंपेन को ट्रेंड कराने के लिए गलत तरीके का इस्तेमाल किया जा रहा है.
बाक्सर मेरी कॉम का एक-एक शब्द वही है जो बाकि खिलाड़ियों ने पोस्ट किया. इन्होने भी इसे डिलीट कर दिया लेकिन इसका आर्काइव्ड वर्जन आप यहां देख सकते हैं.
पीवी सिंधु औऱ ने नरेंद्र मोदी के आगे ‘sir’ लिखा बाकी सारे शब्द समान हैं.
इसी तरह मनिका बत्रा, अंजुम म़ुदगिल, लवलीना बोरगोहेन औऱ निखत ज़रीन के ट्वीट आप यहां, यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
इससे ये तो साफ है कि इन लोगों को किसी ने ट्वीट की एक जैसी भाषा लिखकर दिया. खिलाड़ियों ने अपने विचार नहीं लिखे.
भारत लक्ष्मी कैंपेन क्या है ?
पीएम मोदी ने हाल ही में लोगों से उन बेटियों का सम्मान करने के लिए एक अभियान चलाने की अपील की थी जिन्होने अपने-अपने क्षेत्रों में बड़ा नाम किया है. उन्होने कहा था कि हमारी संस्कृति में बेटियां लक्ष्मी की तरह होती हैं. क्या हम इन बेटियों का अपने गांव, अपने शहर में सम्मान करने के लिए कार्यक्रम आयोजित नहीं कर सकते है. खेल मंत्री किरण रिजिजू ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लोगों से इस दिवाली पर महिला होने का जश्न मनाने की अपील की थी.
ज्यादातर खिलाड़ियों ने रिजिजू के इस ट्वीट को भी टैग किया है.