सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें बड़ी संख्या में मुसलमान नमाज़ पढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ये बाबरी मस्जिद में पढ़ी जा रही आखिरी नमाज़ है. तस्वीर में एक खंडहर की तरह की पुरानी इमारत है जो काफी दूर तक फैली हुई दिखाई देती है.
इसी दावे के साथ ट्विटर पर भी इस तस्वीर को शेयर किया जा रहा है.
राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद का विवाद काफी पुराना है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में स्थित इस विवादित जगह का फैसला सुनाया है. जिसमें कोर्ट ने विवादित जगह को को राम जन्म भूमि माना और इस पर राम मंदिर बनाने का निर्देश दिया है. मुसलमानों को कोर्ट ने मस्जिद के लिए अलग से अयोध्या में 5 एकड़ ज़मीन देने का आदेश दिया है.
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फैक्ट चेक
क्या ये तस्वीर बाबरी मस्जिद में नमाज़ की है ?
रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिए ये पता चला कि ये तस्वीर बाबरी मस्जिद में नमाज पढ़ने के दौरान की नहीं है. कोर्ट में मामला होने की वजह से यहां काफी पहले से नमाज़ नहीं पढ़ी जा रही थी. सर्च के दौरान पता लगा कि ये तस्वीर दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मस्जिद में 9 जिसंबर 2009 को ईद-उल-उदा के मौके पर नमाज़ पढ़ने के दौरान की है. एसोसिएटेड प्रेस के फोटो जर्नलिस्ट गुरविंदर ओसन ने ये तस्वीर ली थी.
गुरविंदर इस समय पीटीआई में काम करते हैं. एक दूसरे एंगल से इसी जगह की एक औऱ तस्वीर गुरिंदर की हमे मिली जिसे आप नीचे देख सकते हैं.
निष्कर्ष
हमारी जांच में ये फोटो बाबरी मस्जिद की नहीं बल्कि फिरोजशाह कोटला मस्जिद की है. सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है.
दावा- बाबरी मस्ज़िद में आखिरी नमाज़ पड़ी गई
दावा करने वाले – सोशल मीडिया यूजर्स
सच- दावा गलत है.
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