अमिताभ बच्चन की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है ये वीडियो उन्होने शनिवार को मुंबई के नानावटी अस्पताल में भर्ती होने के बाद जारी किया. अमिताभ इस वीडियो में डॉक्टर और नर्सों की तुलना भगवान से करते हुए दिखाई देते हैं. औऱ कोरोना के खिलाफ उनकी लड़ाई की तारीफ करते हैं….वीडियो के आखिर में वो नानावटी अस्पताल के हेल्थवर्कर्स की भी काफी तारीफ करते हैं. इस वीडियो को आजतक ने भी चैनल पर एक्सक्लूसिव टैग से दिखाया और कहा कि शनिवार को अस्पताल में एडमिट होने के बाद ये वीडियो उन्होने जारी किया. ये वीडियो आप यहां देख सकते हैं.
इस वीडियो को बरखा दत्त के यट्यूब चैनल मोजो ने भी ये दावा करते हुए ट्वीट किया कि ये अभी का वीडियो है.
अन्य मीडिया संस्थानों ने भी इस वीडियो को हाल का ही बताया.
सोशल मीडिया पर ये वीडियो खूब शेयर हो रहा है.
अमिताभ के साथ उनके बेटे अभिषेक की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. और वो भी नानवटी अस्पताल मे भर्ती हैं. ऐश्वर्या राय औऱ उनकी बेटी आराध्या की रविवार दोपहर बाद आई रिपोर्ट में ये दोनों भी कोरोना से संक्रमित हैं . दोनों को घर में ही क्वारंटीन किया गया है.
ये भी पढ़िए
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो के स्क्रीन शॉट को गूगल रिवर्स इमेज सर्च कराने पर कई परिणाम मिले जिनसे पता चला कि ये वीडियो लगभग 3 महीने पुराना है. 23 अप्रैल को बॉम्बे टाकीज नामके यूट्यूब चैनल पर इसे अपलोड किया गया है. इसे नीचे देख सकते हैं.
वीडियो वायरल होने के बाद नानावटी अस्पताल ने भी एक प्रेस रिलाज जारी करके बताया कि ये वीडियो अप्रैल की महीने का है. रिलीज में कहा गया है कि असपताल ने कोरोना से लड़ने के लिए एक कोविड सेंटर बनाया है जिसके लिए उन्होने पीपीई कटस डोनेट की थी. इसी दौरान उन्होने स्वास्थ्य कर्मियों के प्रेरित करने के लिए ये वीडियो भेजा था.
अमिताभ पिछले काफी समय से मुंबई में नानावटी अस्पताल में अपना इलाज कराते रहे हैं. काफी बार वो यहां एडमिट हो चुके हैं. बाद में आजतक ने भी इस वीडियो के बारे में बताया कि ये पुराना वीडियो है.
निष्कर्ष
कोरोना संक्रमित होने के बाद अमिताभ बच्चन ने अस्पताल से कोई वीडियो नहीं भेजा है. वायरल वीडियो अप्रैल के महीना है.
दावा-अमिताभ बच्चन ने कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद नानेवटी अस्पताल के हेल्थ वरकर्स के लिए एक वीडियो संदेश भेजा है.
दावा करने वाले-सोशल मीडिया यूजर, कुछ मीडिया संस्थान
सच-दावा गलत है