ये दो तस्वीरें जो आप देख रहे हैं हैं वो स्क्रीन शॉट हैं अलग-अलग वीडियो की। ये दोनों सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रहीं हैं पुलवामा आतंकवादी हमले के सीसीटीवी वीडियो के रूप में। हम बारी बारी से इन वीडियोज़ के बारे में आपको बताएंगे।
पहला वीडियो नीचे देखिये। इसे ट्विटर पर पोस्ट किया गया है। और कई फेसबुक पेजों पर शेयर किया गया है।
पहला वीडियो
नीचे दिए गए वीडियो को फेसबुक यूज़र जावेद खान ने शेयर किया है। औऱ इसे पुलवामा का सीसीटीवी फुटेज बताया है।
इस वीडियो के स्क्रीन शॉट को जब हमने रिवर्स इमेज सर्च से पता लगाना शुरू किया तो जल्द ही इसके तमाम परिणाम सामने आ गए।
ये सीरिया में हुए कार बम धमाके का वीडियो है। न्यूज़ पेपर रिपोर्टस के अनुसार 12 फरवरी 2019 को सीरिया में टर्की बार्डर के पास अलराइ कस्बे में ये घटना हुई थी। ये वीडियो पुलवामा की घटना से दो दिन पहले यूट्यूब पर अपलोड है। इससे साबित होता है कि ये वीडियो पुलवामा का नहीं है। नीचे 12 फरवरी को लोड किया गया वीडियो आप देख सकते हैं।
दूसरा वीडियो
अब बात करते हैं दूसरे वीडियो की। जिसे धड़ल्ले से पुलवामा के सीसीटीवी फुटेज के नाम पर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
इस वीडियो को भी हमने पहले वाले की तरह इसके स्क्रीन शॉट का रिवर्स इमेज सर्च किया। जिसके कुछ परिणाम आप देख सकते हैं।
ये वीडियो यूट्यूब पर अलग-अलग तारीखों में बहुत लोगों ने अपलोड किया है। सबसे पुरानी तारीख मिलती है 2008 की।लेकिन कई रिपोर्टस को देखने से पता चला कि ये घटना 2007 की है। ये भी एक ट्रक में एक्सप्लोसिव के ज़रिए किया गया। इराक के ताजी कैंप की ये घटना है जहां अमेरिकी सैनिकों के ऊपर ये हमला किया गया था। इस वीडियो को आप यहां देख सकते हैं।
हमारी जांच में ये दोनो वीडियो पुलवामा के नहीं हैं। एक सीरिया का है तो दूसरा इराक का। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के नाम पर सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे ये वीडियो फर्ज़ी हैं।