अयोध्या को राममंदिर के भूमिपूजन से पहले भगवा रंग में रंगने की वायरल तस्वीरें झूठी हैं.

अयोध्या में 5 अगस्त को राममंदिर के भूमिपूजन की तैयारियां जोरों पर हैं. साफ-सफाई-सजावट के लिए प्रशासन दिन रात लगा हुआ है. ऐसे में कुछ तस्वीरों को अयोध्या में हो रही तैयारियों से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. ये तस्वीरें अयोध्या की नहीं है. तस्वीरें कुछ भवनों की हैं. जो भगवा रंग में रंगी हुई हैं. और उनपर हिन्दू देवी-देवताओं की आकृति बनी हुई है. दावा किया जा रहा है कि अयोध्या को भगवा रंग में रंगा जा रहा है.फिल्म प्रोड्यूसर और टाइम्स ऑफ इंडिया की पूर्व ब्रांड-हेड प्रिया गुप्ता दो तस्वीरों को ट्वीट करके दावा करती हैं ”देखिए राममंदिर बनने से पहले अयोध्या में दीवारों को कैसे पेंट किया जा रहा है. जबरदस्त लग रहा है. अयोध्या जाने का मैं अब इंतजार नहीं कर सकती.” आर्काइव्ड वर्जन यहां देख सकते हैं.

 ट्विटर यूजर ऊषा दावा करती हैं ”ऐतिहासिक शहर, ऐतिहासिक मौके के लिए तैयार हो रहा है. हम भाग्यशाली हैं कि इस गौरवपूर्ण क्षण के गवाह हैं.जब भी मैं अपने नष्ट किए गए मंदिरों को देखती हूं तो बड़ी तकलीफ होती है. जो बीत गया उसको वैसे ही नहीं बनाया जा सकता लेकिन इनकों सही करने की काफी संभावनाएं हैं.” आर्काइव्ड वर्जन आप यहां देख सकते हैं.

अंबिका जेके नामकी ट्विटर यूजर इन चार तस्वीरों को पोस्ट करते हुए लिखती हैं अयोध्या 5 अगस्त के लिए तैयार हो रही है.इस दिन का हर हिन्दू इंतजार कर रहे है बिना ये जाने कि ये कब आएगा.

ट्विटर पर कुछ और पोस्ट आप यहां और यहां भी देख सकते हैं.

फेसबुक पर लोग इसे खूब शेयर कर रहे हैं.

कन्नड़ न्यूज वेबसाइट ने इन्ही तस्वीरों में से एक तस्वीर लगाकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसकी हेडलाइन दी गई है ‘भूमि पूजन से पहले अयोध्या शहर को भगवा रंग में रंगा जा रहा है.’

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पूर्व प्रधाननमंत्री राजीव गांधी की वायरल तस्वीर 1989 में राममंदिर के शिलान्यास की नहीं है.

फैक्ट चेक

चारों तस्वीरों को हमने बारी बारी से रिवर्स इमेज सर्च किया तो पता चला कि सभी तस्वीरे यूपी के प्रयागराज की हैं. दरअसल इसी महीने प्रयागराज के बहादुरगंज इलाके में एक गली के मकानों के बाहरी हिस्से में भगवा रंग से रंग दिया गया. लोगों ने इस बात का विरोध भी किया. और पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस बारे में ट्वीट करके जानकारी भी दी थी.

शिकायत में यूपी सरकार के मंत्री नंद कुमार नंदी के चचेरे भाई कमल कुमार केवानी का नाम है. गौरतलब है कि इसी इलाके में में नंद गोपाल नंदी का भी मकान है. मीडिया रिपोर्टस आप यहां और यहां देख सकते हैं.

वायरल तस्वीरों में से तीन तस्वीरें इसी इलाके की हैं.इनकी तुलना आप नीचे देख सकते हैं.

पहली तस्वीर

इन दोनो तस्वीरों को देखिए. एक तस्वीर नवभारत टाइम्स अखबार की है जो प्रयागराज की है जबकि दूसरी अयोध्या की बताकर वायरल की जा रही है. दोनों तस्वीरे समान हैं. नवभारत टाइम्स की ऑरिजनल तस्वीर आप यहां देख सकते हैं.  

दूसरी तस्वीर

ये भी तस्वीर प्रयागराज की है जिसे अयोध्या की बताकर वायरल किया जा रहा है. डेक्कन क्रोनिकल वेबसाइट में आप इसे यहां देख सकते हैं. नीचे दोनों तस्वीरों की तुलना है.

तीसरी तस्वीर

ये भी डेक्कन क्रोनिकल में ही छपी है.

चौथी तस्वीर  

ये तस्वीर प्रयागराज में होने वाले कुम्भ से पहले की है.. इकनॉमिक टाइम्स ने उस दौरान कुम्भ की तैयारियों पर स्टोरी की थी.रिपोर्ट के अनुसार पेंट माई सिटी प्रोजेक्ट के तहत प्रयागराज में कुंभ से पहले गंगा नदी के ऊपर बने ब्रिज के खंभों को पेंट किया गया था,  नीचे वायरल और ऑरिजनल तस्वीर तस्वीर आप देख सकते हैं. वेबसाइट की रिपोर्ट और तस्वीर आप यहां देख सकते हैं.

निष्कर्ष

सोशल मीडिया पर वायरल चारों तस्वीर अयोध्या की नहीं है. ये सभी प्रयागराज की हैं.

दावा- अयोध्या शहर को भगवा रंग से रंगा जा रहा है

दावा करने वाले-सोशल मीडिया यूजर

सच-वायरल तस्वीरें अयोध्या की नहीं हैं.

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Meenu Chaturvedi

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