दिन बुधवार। तारीख 27 फऱवरी 2018. ये तारीख हिंदुस्तान के इतिहास में हमेशा याद की जाएगी। इसी दिन मिग 21 से पाकिस्तानी विमान एफ-16 को खदेड़ते हुए विंग कमांडर अभिनंदन पहुंच चुके थे सीमा पार। दुश्मन के विमान को उन्होने मार गिराया था। मिग-21 भी बच नहीं पाया। अभिनंदन हवा में गोते खाते हुए आ गिरे थे पाकिस्तान की सरज़मीं पर। पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में स्थानीय लोगों ने उन्हे घेर लिया।
चेहरे पर कोई शिकन नहीं, कोई डर नहीं। हाथ में पिस्तौल। औऱ जुबा पर भारत माता की जय का नारा उन्होने पाकिस्तान की सरज़मीं पर भी लगाया। लोगों से बचने के लिए उन्होने हवा मे फायर किए। औऱ पास ही एक तालाब में कूदकर सुरक्षा के नज़रिए से ज़रूरी कागज़ात उन्होने नष्ट कर दिए।
पता चला पाकिस्तान आर्मी ने उनको अपने कब्ज़े में ले लिया है। हिरासत के दौरान भी उन्होने पाकिस्तान को अहम जानकारियां देने से दो टूक मना कर दिया। हिंदुस्तान में जब ये खबर आई तो जैसे सबकी सांसे थम सी गई हों।
पाकिस्तान में अभिनंदन के साथ क्या हुआ?
पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर चल रहे उनके वीडियोज परेशान करने वाले थे।। एक वीडियो में उनके साथ स्थानीय लोग मारपीट कर रहे थे। दूसरे में उनके चेहरे से खून निकल रहा था । तीसरा वीडियो पाकिस्तान की आर्मी ने जारी किया तो थोड़ी राहत मिली। इस वीडियो में वो चाय पीते हुए दिखाई देते हैं।अभिनंदन वीडियो में कहते हैं कि पाकिस्तान की आर्मी उनसे अच्छा सलूक कर रही है। और ये बात वो भारत आकर भी कहेंगे। अभिनंदन का साहस यहां भी देखने वाला था जब उनसे कुछ सवाल किए जाते हैं। जिन सवालों का जवाब नहीं देना चाहिए उन्होने दृढ़ता से इंकार किया।
कौन हैं अभिनंदन?
34 साल के इस जांबाज़ का पूरा नाम अभिनंदन वर्तमान है। वो 2004 में फाइटर पायलट के रूप में इंडियन एयरफोर्स में कमीशंड हुए थे। उनके पिता भी वायुसेना में थे। एयर मार्शल सिमकुट्टी वर्तमान कारगिल युद्द के समय एयर मार्शल थे। मां डाक्टर हैं।
एयरमार्शल मशहूर फिल्म डायरेक्टर मणिरत्नम के साथ भी काम कर चुके हैं। संयोग ये है कि दो साल पहले बनी मणिरत्नम की फिल्म अभिनंदन की कहानी से मिलती जुलती है। इसी फिल्म के लिए एयरमार्शल सिमकुट्टी ने बतौर सलाहकार मणिरत्नम के साथ काम किया था।फिल्म का नाम था ‘कातरु वेलियिदाई’ ।
कैसे हुई रिहाई?
भारत सरकार ने पाकिस्तान से अभिनंदन को जिनेवा समझौते का पालन करते हुए तुरंत रिहा करने का दबाव डाला। गुरुवार की शाम को पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई। क्योंकि अभिनंदन को रिहा करने का एलान हो गया था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में इसकी घोषणा की।
पाकिस्तान अभिनंदन के साथ कोई अमानवीय व्यवहार नहीं कर सकता। क्योंकि युद्ध बंदियों के लिए बनी जिनेवा कंवेशन इसकी इजाज़त नहीं देता है। और ये भी नियम है कि युद्ध के बाद बंदियों को रिहा कर दिया जाए। लेकिन इसमें काफी वक्त लग सकता है। अभिनंदन की रिहाई से खुश लोगों ने सोशल मीडिया पर इमरान खान को भी शुक्रिया कहा।
देश का हीरो शुक्रवार को रिहा कर दिया जाएगा। पूरा देश अभिनंदन का अभिनंदन करने के लिए ज़बरदस्त जोश में है।
बहुत सटीक न्यूज
He is a real hero.. we are proud of him.
yes ofcourse