पोस्ट ट्रुथ यानि तथ्यों के बजाए निजी धारणा के आधार पर सत्य को तय करना. पूरी दुनिया सच लगने वाले इस झूठ से परेशान है. इस माहौल में तथ्यों के आधार पर सच्चाई को डॉक्यूमेंट करने की दिशा में एक छोटे से प्रयास की शुरुआत है India check. यह एक फैक्ट चेक(Fact Check) वेबसाइट है जो तथ्यों को बिना किसी पक्षपात के पारदर्शी तरीके से लोगों के सामने रखती है. हमारा उद्देश्य तथ्यात्मक जानकारी, पक्षपात, भ्रम, धोखाधड़ी, धर्म, नस्ल औऱ जाति के आधार पर घृणा फैलाने वाली खबरों और अफवाहों के खतरे से समाज को बचाने की कोशिश है.
संपादकीय नीति–
हम पत्रकारिता के उच्च मानदंडो और फैक्ट चेक (Fact Check) के अंतरराष्ट्रीय दिशा-निर्देशों का अनुसरण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम नीचे दिए फैक्ट चेक मानकों का पूरी तरह से पालन करते हैं।
1.पक्षपात के खिलाफ प्रतिबद्धता- किसी भी दावे की जांच करने का हम स्थापित मूल्यों औऱ मानकों का हमेशा पालन करते हैं। तथ्यों की जांच में हम किसी तरह का पक्षपात नहीं करते हैं। दावे का निष्कर्ष सिर्फ और सिर्फ प्रमाण के आधार पर ही तय किया जाता है।
2.सूत्र की पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्दता – हम सारे तथ्य और सूत्र पाठकों के सामने रखते हैं जिससे वो भी अगर चाहें तो दावे को परख सकें।
3.संगठनात्मक ढांचे और फंड में पारदर्शिता – कंटेट पर किसी तरह के दबाव या झुकाव को रोकने और इसमें पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए हम किसी राजनैतिक पार्टी, कारपोरेट या सरकार से कोई फंड चाहे वो विज्ञापन के रूप में ही हो स्वीकार नहीं करते हैं। हम अपने खर्चों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से डोनेशन और सब्सक्रिप्शन पर निर्भर हैं। ये वेबसाइट फिलहाल अभी पूरी तरह से स्वैच्छिक प्रयास है। डोनेशन के लिए इसे नॉन प्रॉफिटेबल कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड कराने की प्रक्रिया चल रही है। ये प्रक्रिया पूरी होते ही हम इससे जुड़े सभी प्रमुख व्यक्तियों के बारे मे जानकारी और उनका लीगल स्टेटस भी वेबसाइट पर डाल देंगे।
4.पारदर्शी कार्यप्रणाली – हम दावों के फैक्ट चेक करने का पूरा तरीका पाठको को बताते हैं। अपने पाठकों से भी अपील करते हैं कि अगर उन्हे किसी स्टोरी, तस्वीर या वीडियो पर शक है तो हमें भेजें, हम उसकी सत्यता की जांच करेंगे।
फैक्ट चेक करने का तरीका
फैक्ट चेक के लिए दावों के चुनाव –हम दावों के चुनाव के लिए हर रोज़ फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर आने वाली फीड्स का बारीकी से अध्ययन करते हैं। नेताओं के बयान औऱ उनके भाषणों पर विशेष नज़र रखते हैं। गूगल पर क्या ट्रेंड हो रहा है, कौन से हैशटैग्स ट्रेंड हो रहे हैं, Whatsapp के ज़रिए क्या शेयर किया जा रहा है औऱ मेन स्ट्रीम मीडिया ख़ासकर न्यूज़ चैनलों को मॉनिटर करते हैं। किसी दावे को चुनते समय हम उसे इन मानकों पर परखते हैं।
1.क्या चीज़ सबसे ज़्यादा देखी, शेयर औऱ रिट्वीट की जा रही है
2. खबर की अहमियत के आधार पर
3. धर्म, नस्ल, जाति के आधार पर घ्रणा फैलाने की कोशिश वाले दावे
4. कौन सा दावा लोगों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है
5. दावे की प्रकृति क्या है
6. लोगों की रुचि
दावों का रिसर्च – एक बार फैक्ट-चेक करने के विषय या दावे का चुनाव हो जाता है तो फिर उसकी रिसर्च शुरू होती है ये जानने के लिए कि दावे की हकीकत क्या है ? इसके लिए हम इन तरीकों का इस्तेमाल करते हैं।
1. इस दावे का सोर्स क्या है सबसे पहले उससे संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जाती है जिससे दावे सें संबधित और जानकारी मिल सके।
2. विषय के एक्सपर्ट से बात करना क्योंकि हम हर चीज के विशेषज्ञ नहीं हो सकते
3. गूगल रिवर्स इमेज सर्च, यूट्यूब जियो सर्च, कीवर्ड सर्च, इन्विड टूल, वीडियो एडिटिंग और अन्य टूल्स के इस्तेमाल से किसी इमेज, वीडियो की सच्चाई का पता करना
4. वीडियो, इमेज का मेटा डाटा पता करना जिससे ये पता लगता है कि वो किस समय, किस दिन औऱ किस डिवाइस से शूट किया गया है।
5 .तस्वीर की लोकेशन पता करने के लिए गूगल अर्थ का इस्तेमाल
तथ्यों को सत्यापित करने वाले स्रोत – इस काम के लिए हम प्रारंभिक सूत्र औऱ ऑरिजनल डॉक्यूमेंट को सबसे ज्यादा अहमियत देते हैं। हम सरकारी रिपोर्टस, अकादमिक स्टडी के तथ्यों को सीधे हासिल करने की कोशिश करते हैं। ज़रूरत पड़ने पर प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों की रिपोर्ट का भी उल्लेख करते हैं। किसी घटना के तथ्यों की सही जानकारी के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से भी संपर्क करते हैं और इन सभी स्रोतों का हम अपनी फैक्ट चेक स्टोरी में उल्लेख करते हैं।
स्टोरी लिखना– सारे तथ्यों को हम साधारण औऱ आम लोगों को आसानी से समझ में आने वाले शब्दों में लिखते हैं। तथ्यों के आधार पर सच्चाई को डॉक्यूमेंट करके हम इसे अपनी वेबसाइट पर पब्लिश करते हैं। हम स्रोत के सभी लिंक का स्टोरी में ही उल्लेख करते हैं जिससे पाठक भी उसे चेक कर सके।
गलतियों को स्वीकार करना – हम गलतियों को स्वीकार करनें और उन्हे सही करने के लिए पूरी तरह से तैयार रहते हैं। हम अपने उन सभी पाठकों का स्वागत करते हैं जो हमें हमारी गतियीम बताते हैं। एक प्रक्रिया के तहत हम उनकी जांच करते हैं। औऱ सही पाए जाने पर सुधार करते हैं।
Indiacheck is a Fact checking social initiative started in 2018, Now India check is formally registered as ‘Kamal Charity Foundation’, a not-for-profit company, registered under Section 8 of the Company Act, 2013, with CIN U3090DL2019NPL350208 (May 2019).