दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद पहली बार गृहमंत्री अमित शाह का बयान आया है. खासकर चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी नेताओं के विवादित बयानों पर उन्होने प्रतिक्रिया दी. ‘टाइम्स नाउ’ समिट में इंटरव्यू के दौरान चैनल की मैनेजिंग एडिटर नाविका कुमार ने जब उनसे पूछा कि ‘गद्दारों को गोली मारो’ , ‘8 तारीख को भारत-पाकिस्तान का मैच है’ और ‘शाहीन बाग के लोग घर में घुसकर बहन-बेटियों का रेप करेंगे’ जैसे बयान पार्टी के नेताओं ने दिए इस पर उनकी क्या प्रतिक्रिया है, तो उन्होने बहु-बेटियों के रेप वाले बयान से साफ इंकार कर दिया. अमित शाह ने कहा कि ‘इस तरह का कोई बयान किसी नेता ने नहीं दिया गया है.’ हालांकि ‘गोली मारो’ और ‘भारत-पाकिस्तान मैच’ वाले बयानों को उन्होने गलत ठहराया औऱ कहा कि ऐसे बयान नहीं दिए जाने चाहिए. इसके आगे उन्होने ये भी कहा कि हो सकता है ऐसे बयानों की वजह से ही पार्टी को नुकसान पहुंचा हो. नीचे आप अमित शाह के इंटरव्यू के दौरान उनका ये स्टेटमेंट सुन सकते हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की करारी हार हुई है. पार्टी को 70 में से सिर्फ 8 सीटें ही मिली. वहीं आप ने 62 सीटों पर कब्ज़ा किया. औऱ कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली चुनाव प्रचार के दौरान शाहीन बाग को बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बनाया था. बीजेपी के सांसद परवेश वर्मा ने इस दौरान कई विवादित बयान दिए थे जिसमें एक बयान ये भी था जिसमे उन्होने कहा था कि अगर बीजेपी चुनाव हारी तो शाहीन बाग के लोग आपके घरों में घुसकर बहन-बेटियों के साथ बलात्कार करेंगे. इसके अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने ‘गद्दारों को गोली मारो’ का नारा और बीजेपी उम्मीदवार कपिल मिश्रा ने ‘8 फऱवरी को भारत पाकिस्तान मैच वाला बयान दिया था. इन तीनों नेताओं के बयानों के खिलाफ चुनाव आयोग ने कार्रवाई भी की थी. नाविका कुमार ने अमित शाह से चुनाव में पार्टी की हार की वजहों से लेकर शाहीन बाग और नए नागरिकता कानून पर भी बातचीत की.
शाहीन बाग
शाहीन बाग दिल्ली का एक इलाका है जहां लोग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. संसद से पास होने के बाद से ये धरना लगातार चल रहा हैं. इस धरने का प्रतिनिधित्व महिलाएं कर रहीं है.दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान इस धरने को बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बनाया और विपक्षी पार्टियों पर इसका समर्थन करने का आरोप लगाया था. बीजेपी के नेता धरने को देश विरोधी होने का आरोप लगाते रहे हैं. ये धरना पूरे देश में काफी चर्चा का विषय है.इसकी वजह है कि महिलाएं इस धरने का संचालन करती हैं और 24 घंटे ये जारी रहता है. धरने पर बैठी महिलाओं की मांग है कि नए नागरिकता कानून को वापस लिया जाए.
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फैक्ट चेक
इंटरव्यू के दौरान अमित शाह ने परवेश वर्मा के बहू-बेटी से रेप वाले जिस बयान के बारे में इंकार किया है वो सभी अखबारों और टीवी चैनल की सुर्खिया बना था. इंडिया टुडे टीवी पर आप इसे यहां देख सकते हैं.. वर्मा ने ये बयान 28 जनवरी को न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में दिया था. इसलिए इसे खोजने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई. वर्मा ने अपने अपने बयान में कहा था ”देखो, अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि वो शाहीन बाग साथ हैं.और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी कहते हैं कि वो शाहीन बाग के साथ हैं. दिल्ली के लोग जानते हैं कुछ सालो पहले जो कश्मीर में शुरू हुआ, वहां कश्मीरी पंडित की बहनें और बेटियों का बलात्कार हुआ. फिर इस आग ने यूपी,हैदराबाद, केरल को जलाया.और आज ये आग दिल्ली के एक कोने में पहुंच गई. वहां (शाहीन बाग) लाखों लोग हैं और ये आग किसी भी समय हमारे और आपके घर पहुंच सकती है. दिल्ली के लोगों को सोचकर फैसला लेना होगा. ये लोग आपके घर घुसेंगे आपकी बहन-बेटियों से रेप करेंगे औऱ मार देंगे.इसीलिए आज ही समय है. मोदी जी और अमित शाह कल आपको बचाने नहीं आएंगे. आज समय है अगर दिल्ली के लोग जाग गए तो अच्छा होगा.” ये पूरा बयान आप नीचे सुन सकते हैं.
निष्कर्ष
परवेश वर्मा ने 28 जनवरी को दिल्ली चुनाव से पहले रेप वाला बयान दिया था इसमें किसी तरह का शक नहीं है. गृहमंत्री अमित शाह का इस बात से मुकरना कि ऐसा किसी नेता ने नहीं कहा झूठ है.
दावा- किसी नेता ने नहीं कहा कि शाहीन बाग के लोग घर में घुसकर महिलाओं का रेप करेंगे
दावा करने वाले- गृहमंत्री अमित शाह
सच- दावा झूठा है.
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