समाज सुधारक ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति तोड़ने वालों का वीडियो वायरल है। जिसके बारे में कहा जा रहा है ये घटना के दौरान का सीसीटीवी फुटेज है। इसमें कुछ लोग मूर्ति तोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो के साथ एक संदेश है जिसमें कहा गया है……….
CCTV के फुटेज से स्पष्ट पता चल गया कि बंगाल में ममता बनर्जी के तालीबानी कट्टरपंथियों ने ही विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ा था ,जबकि ममता अपने इस कुकृत्य को भाजपा के मत्थे मढ़ रही थी ।
जो लोग मूर्तियों को तोड़ रहे हैं वो पहनावे से मुस्लिम लग रहे हैं। ट्विटर औऱ फेसबुक पर इसे शेयर किया जा रहा है।
विद्यासागर की मूर्ति 14 मई को कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हुई हिंसा के दौरान तोड़ी गई थी।
मूर्ति तोड़ने का आरोप टीएमसी और बीजेपी ने एक दूसरे पर लगाया है।
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विद्यासागर की मूर्ति तोड़ने के वीडियो का सच
वीडियो के की-फ्रेमस की तस्वीरे रिवर्स इमेज में सर्च कराने पर सारी हकीकत सामने आ जाती है। दुनिया भर के नामी अखबारों ने तस्वीर औऱ वीडियो के साथ ये खबर प्रकाशित की थी। टीवी चैनलों ने भी इसे दिखाया था। दरअसल ये वीडियो इराक के मोसुल शहर का है जहां isis आतंकवादी संगठन ने फरवरी 2015 में एतिहासिक धरोहरों को नष्ट करके उसका वीडियो भी जारी किया था। इस घटना की दुनिया भर में निंदा की गई थी।
आप इस वीडियो को नीचे भी देख सकते हैं जिसे साल 2015 में अपलोड किया गया है।
पूरीरिपोर्ट आप यहां औऱ यहां देख सकते हैं
निष्कर्ष
दावा- CCTV के फुटेज से स्पष्ट पता चल गया कि बंगाल में ममता बनर्जी के तालीबानी कट्टरपंथियों ने ही विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ा था
दावा करने वाले- ट्विटर, फेसबुक यूज़र
सच- ये दावा झूठा है
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