नहीं, अशोक गहलोत ने राजस्थान में अपनी सरकार की आलोचना नहीं की, वीडियो एडिटेड है-FACT CHECK

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का 26 सेकेंड का एक वीडियो को खूब वायरल हो रहा है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि गहलोत अपनी ही सरकार की आलोचना कर रहे हैं। वायरल वीडियो में अशोक गहलोत यह बोलते हुए नजर आ रहे हैं, “बयान नहीं देना चाहिए वैसे तो। वेणुगोपाल जी ने कहा है कि बयानबाजी कोई नहीं करे, डिसिप्लिन का पालन सब लोग करें। जनता त्रस्त है राजस्थान के अंदर”

सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो पर खूब चुटकियां ले रहे हैं। वहीं वायरल वीडियो को राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व करने वाले नेता राज्यवर्धन राठौर ने भी इसे फेसबुक पर शेयर किया और लिखा – मुख्यमंत्री जी, राजस्थान के अन्दर जनता तो त्रस्त है ही। लेकिन इसकी ज़िम्मेदार भी तो कांग्रेस ही है न! तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा; आप, सचिन पायलट जी या राहुल गांधी जी।” आर्काइव  

राजस्थान भाजपा के प्रदेश मंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने भी इसे शेयर करते हुए चुटकी ली। आर्काइव

इसके अलावा राहुल केदिया ने भी इसे ट्विटर पर साझा करते हुए कैप्शन में लिखा ” 4 साल कुर्सी पे रहने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 कह रहे हैं “जनता त्रस्त है राजस्थान के अंदर”।कुछ काम किया होता तो यह बोलना नहीं पड़ता।” आर्काइव

सच क्या है ?

वायरल वीडियो में अशोक गहलोत एक पत्रकार के प्रश्न पूछने पर, सचिन पायलट के दिए बयान पर अपना व्यू देते नजर आ रहे हैं।

हमने पूरा मामला समझने की कोशिश की। सचिन पायलट नाम से कीवर्ड सर्च करने पर हमें समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा ट्वीट किया गया एक वीडियो मिला। जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजस्थान के मुख्यमंत्री की प्रशंसा करने के लिए अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। पायलट ने राजस्थान के उन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की जिन्होंने कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक का कथित रूप से बहिष्कार किया था।

जयपुर में अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा कि यह दिलचस्प है कि पीएम ने कल (सीएम) की प्रशंसा की। उसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। क्योंकि पीएम ने गुलाम नबी आजाद की संसद में भी कुछ इसी तरह तारीफ की थी और जो हुआ हम सबने देखा। 

इसके बाद हमनें वायरल वीडियो से कुछ स्क्रीन फ्रेम को कैप्चर किया और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज सर्च पर डाला।इस दौरान हमें 2 नवंबर 2022 को NDTV में प्रकाशित एक वीडियो स्टोरी मिली। इसका शीर्षक है – “पीएम मोदी के तारीफ करने पर सचिन पायलट ने साधा निशाना, अशोक गहलोत ने कहा- ”ऐसी कोई टिप्पणी न करें”

एनडीटीवी की इस वीडियो स्टोरी में एक महिला एंकर सचिन पायलट के बारे में अशोक गहलोत के वर्ज़न के बारे में जानकारी दी रही हैं। इसके बाद अशोक गहलोत के बयान को इस वीडियो स्टोरी में सुना जा सकता है जिसमें वह कह रहे हैं कि, “बयान तो नहीं देना चाहिए वैसे तो। क्योंकि अभी जो है वेणुगोपाल जी हमारे महामंत्री हैं उन्होंने कहा है कि बयानबाजी कोई नहीं करे, तो हम तो चाहते हैं कि डिसिप्लिन का पालन सब लोग करें। अभी हमारे सामने एक ही मकसद होना चाहिए जनता त्रस्त है राजस्थान के अंदर, पूरे देश को अन्दर। तनाव है, हिंसा हो रही है, महंगाई है, बेरोजगारी है उसके लिए तो राहुल गांधी पसीना बहा रहे हैं लाखो लोग साथ चल रहे हैं दबाव बढ़ेगा केन्द्र सरकार पर इसलिए ही तो चल रहे हैं और उसके लिए हमारा ध्येय होना चाहिए कि हम अगली बार सरकार कैसे बनाएं।”

2 नवंबर 2022 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के मध्य घमासान की कवरेज की गई।

इसके मुताबिक, “मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को अलवर जिले के खैरथल आगमन पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर चुप्पी साधे रहे। पायलट की ओर से मुख्यमंत्री गहलोत को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर उन्होंने बिना लिए बस इतना कहा कि इस समय किसी को बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव वेणुगोपाल ने बयानबानी करने को मना किया है और राहुल गांधी पदयात्रा कर रहे हैं, इससे केन्द्र सरकार पर दबाव बनेगा। हम लोग अनुशासन में रहने वाले है।”

इसके अलावा अशोक गहलोत के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी मीडिया के साथ उनकी बातचीत का वर्ज़न यहां  सुना जा सकता है।

निष्कर्ष

सोशल मीडिया पर अशोक गहलोत के वीडियो को एडिट करके शेयर किया जा रहा है ओरिजनल वीडियो में वह अपने सन्दर्भ में सचिन पायलट के द्वारा दिए गए बयान पर एतराज़ जताते हुए केन्द्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं।

दावा – राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा – “राजस्थान की जनता त्रस्त है।”

दावा करने वाले – राजस्थान भाजपा के प्रदेश मंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज, राज्यवर्धन राठौर और सोशल मीडिया यूजर्स

सच – वीडियो एडिटेड है।

Pratayksh Mishra

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