फिलिस्तीन की 11 साल पुरानी तस्वीर कश्मीर में क्रूरता के नाम पर वायरल

कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद सोशल मीडिया पर तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक दावा इन दिनों वायरल है जिसमें एक तस्वीर के बारे में कहा जा रहा है कि ये कश्मीर की है. तस्वीर में एक महिला के गोद में एक बच्चा है. दोनों के चेहरे पर चोट के निशान है. दावा किया जा रहा है कि महिला और उसके बच्चे पक भारतीय सेना ने अत्याचार किया है. संदेश में लिखा है चेहरे कहानी बयां करते हैं. भारत के अत्याचार ने कश्मीर को नर्क बना दिया है.

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फैक्ट चेक

जब से कश्मीर में अनुच्चेद 370 के प्रावधानों को हटाया गया है ये तस्वीर कई बार वायरल हो चुकी है. हाल ही में ये फिर वायरल है. हमने रिवर्स इमेज सर्च किया तो पता चला कि ये तस्वीर कश्मीर की है ही नहीं. ‘The Guardian’ अखबार ने इस पूरी घटना को 30 दिसंबर 2008 में प्रकाशित किया था. इसमें वायरल तस्वीर के अलावा भी इस घटना से जुड़ी कई तस्वीरें थीं. रिपोर्ट के अनुसार गाजा में 5 फिलिस्तीनी बहने इज़रायल के हवाई हमले में मारी गई थीं. उसी दौरान की ये तस्वीर है . तस्वीर के साथ दिए गए विवरण के अनुसार दिसंबर समीरा बालूशा अपनी बची हुई बेटी इमान और बेटे मोहम्मद  के साथ बैठी है। वो अपनी बेटी जौहर बालूशा और उसकी 4 बहनों के शवों को देखने का इंतज़ार कर रही है, जो 29 दिसंबर, 2008 को हुए उत्तरी गाजा में इजरायली मिसाइल हमले में मारे गए थे। जौहर बालूशा और उसकी चार बहनें एक इजरायली हवाई हमले के दौरान मारे गए थे उस समय ये सभी अपने घर में एक साथ सो रहे थे। इस तस्वीर पर GETTY IMAGES लिखा हुआ है. हमने फिर GETTY IMAGES की वेबसाइट में इस तस्वीर को देखा जा सकता है. सबसे पहले इन तस्वीरों को GETTY IMAGES ने ही लिया था.

29 दिसंबर 2008 में गाजा में इजरायल के हवाई हमले में मारे गए अपने परिवार के शवों का इंतज़ार करती महिला

निष्कर्ष

ये तस्वीर कश्मीर की नहीं है. 29 दिसंबर 2008 में फिलिस्तीन में इजरायल के हवाई हमले के बाद की है ये तस्वीर.

दावा- कश्मीर में भारतीय सेना की महिला और बच्चे पर क्रूरता की तस्वीर

दावा करने वाले- सोशल मीडिया यूज़र

सच दावा झूठा है

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Meenu Chaturvedi

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