सोशल मीडिया पर ISRO चीफ Dr K Sivan के नाम से फर्ज़ी अकाउट की बाढ़ सी आ गई है. खासकर ट्विटर पर Dr K Sivan की फोटो और उनके नाम से धड़ाधड़ अकाउंट खोले गए. ये सिलसिला शुरू हुआ 22 जुलाई 2019 के बाद से जब चंद्रयान -2 मिशन लांच किया गया था. औऱ ये 7 सितंबर यानि विक्रम लैंडर के चांद पर पहुंचने के निर्धारित दिन के बाद तक चलता रहा. हालांकि विक्रम लैंडर आखिरी पलों में अपना बैलेंस खो बैठा और उससे संपर्क टूट गया. ISRO अभी भी लैंडर से संपर्क करने की कोशिश में है. इस पूरे मिशन में ISRO प्रमुख K Sivan देश भऱ में काफी लोकप्रिय हुए. इस सबके बीच ट्विटर पर Dr K Sivan के नाम से तमाम फर्जी अकाउंट खोले गए. और चंद्रयान-2 के बारे में अपडेट देते रहे.
इस अकाउंट को आप यहां देख सकते हैं. इसका आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देख सकते हैं. अकाउंट के फॉलोवर्स की संख्या में भी खूब इजाफा हुआ. एक फेक अकाउंट के तो करीब 2800 फॉलोवर्स हो गए.
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इस अकाउंट को आप यहां देख सकते हैं. इसका आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देखिए. ISRO ने एक बयान जारी करके इस बात को साफ किया कि Dr K Sivan के नाम से सभी अकाउंट फर्ज़ी हैं. ISRO चेयरमैन का किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई अकाउंट नहीं है. इन अकाउंट से पोस्ट की जारी जानकारियों पर लोग भरोसा ना करें.
ISRO का ट्विटर,फेसबुक औऱ यूट्यूब पर आधिकारिक अकाउंट है. एजेंसी का फेसबुक और ट्विटर पर “ISRO” के नाम से अकाउंट है. जबकि यूट्यूब पर अकाउंट का नाम ‘ISRO Official’ है.
ISRO के बयान के बाद ज्यादातर फेक अकाउंट डिलीट कर दिए गए है या तो उनके नाम बदल दिए गए हैं.
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