प्रधानमंत्री का साइन किया हुआ एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें लोगों से अपील की गई है कि इस साल दीवाली पर केवल देश में बने हुए उत्पादों का प्रयोग करें. पत्र हिन्दी में है जिसे आप नीचे देख सकते हैं
इस तरह का पत्र ट्विटर , व्हाटसएप औऱ फेसबुक पर वायरल है.india check को whatsapp पर इस तरह का एक पत्र मिला जिसकी सच्चाई पता करने की बात कही गई थी.
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फैक्ट चेक
इस पत्र का रिवर्स इमेज सर्च करने पर पता चला कि 2016 में भी यही पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बारे में मीडिया ने रिपोर्ट की थी. पॉन्डिचेरी की लेप्टिनेंट गवर्नर किरन बेदी ने भी इस पत्र के झांसे में आकर इसे ट्विटर पर पोस्ट कर दिया था.
इसका आर्उकाइव्सीड वर्ज़न आप यहां देख सकते हैं. इससे पहले पीएमओ की तरफ से ट्वीट करके इस पत्र को फर्जी बताया गया था. नीचे आप वो ट्वीट देख सकते हैं
दररअसल इंटरनेट पर पीएम के सिग्नेचर किए हुए कई दस्तावेज मौजूद हैं जिनको कॉपी करके मनमाफिक कंटेट पीएम के साइन के साथ सोशल मीडिया पर समय-समय पर सर्कुलेट किया जाता है.
इन दोनों पत्रों में पीएम के साइन एक जैसे हैं. लेकिन इनमे से बाईं तरफ वाला पत्र सही है जो उन्होने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को लिखा था जबकि दायीं तरफ वाला फर्जी है.
निष्कर्ष
सोशल मीडिया पर घूम रहा पीएम का पत्र फर्जी है. ऐसा कोई लेटर उनकी तरफ से नहीं जारी किया गया जिसमें उन्होने दीपावली पर केवल देश में बने उत्पादों के इस्तेमाल की बात कही है.
दावा- पीएम ने कहा है कि दीपावली पर देश में बने उत्पादों को खरीदें
दावा करने वाले- सोशल मीडिया यूज़र, whatsapp
सच-दावा फर्जी है