FACT CHECK:बालासोर में रेल हादसे को सांप्रदायिक रंग देने के लिए पास में मौजूद इस्कॉन टेंपल को मस्जिद बताया

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम, 2 जून, 2023 को मालगाड़ी से आमने-सामने की टक्कर के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस के चार डिब्बे पटरी से उतर गए, इस हादसे में अब तक 288 लोगों की मृत्यु हो चुकी है वहीं करीब 900 लोग घायल बताएं जा रहे हैं। यहां आपको बता दें कि रेलवे ने एक बयान जारी करके कहा कि कुछ शवों की गिनती दोबारा हो गई थी इसलिए मरने वालों की सही संख्या 275 है। दुर्घटना में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल थी फिलहाल बचाव अभियान चलाया जा रहा है।

इस दौरान घटनास्थल की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें घायल ट्रेनों के अलावा कार्नर साइड में कोई सफेद इमारत नजर आ रही है जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह एक मस्जिद है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा ताकि इस घटना को साम्प्रदायिक बनाया जा सके। कई दक्षिणपंथी लोगों ने यह दावा किया है। 

The Random Indian नामक एक ट्विटर हैंडल ने घटनास्थल की एक तस्वीर को शेयर की जिसमें एक इमारत की ओर मार्क किया गया और तस्वीर को कुछ ऐसा कैप्शन दिया जिससे विशेष समुदाय की ओर इशारा जा सके। आर्काइव 

सोशल मीडिया पर उपलब्ध अन्य दावे यहांयहां, और यहां देखें जा सकते हैं।

बालासोर रेल दुर्घटना के पास मस्जिद होने का सच ?

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने बालासोर में हुए दुर्घटनास्थल के आसपास की कुछ तस्वीरें खंगालने का प्रयास किया। इस दौरान हमें एएनआई,एएफपी और रॉयटर्स जैसी प्रमुख समाचार एजेंसियों की प्रकाशित रिपोर्ट में घटनास्थल की तस्वीरें देखने को मिलीं। तस्वीरों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि जिसे यूजर्स हाइलाइट करके मस्जिद बता रहे हैं वह असल में इस्कान मंदिर है जोकि अभी निर्माणधीन है। 

एएनआई की रिपोर्ट में घटनास्थल बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन का बताया गया है। हमने घटनास्थल को गूगल मैप्स पर खोजकर वायरल तस्वीर के साथ उसकी तुलना की। 

हमें इस घटना का एक ड्रोन वीडियो भी मिला। वीडियो में इस्कॉन मंदिर की संरचना(structure) को 1:21 के टाइमस्टैम्प से देखा जा सकता है।

बालासोर में रेल दुर्घटना का ड्रोन वीडियो

वहीं वायरल दावे का खंडन करते हुए ओडिशा पुलिस ने चेतावनी दी है कि बालासोर ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने रविवार दोपहर को एक ट्वीट में कहा, “यह देखने में आया है कि कुछ सोशल मीडिया हैंडल शरारती तरीके से बालासोर में हुए दुखद ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जीआरपी, ओडिशा द्वारा दुर्घटना के कारण और अन्य सभी पहलुओं की जांच की जा रही है”।

निष्कर्ष

indiacheck ने अपनी पड़ताल में वायरल तस्वीर के साथ किए गए दावे को झूठा पाया है। ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुए रेल हादसे के सामने तस्नवीरों में नजर आ रही बिल्डिंग मस्जिद नहीं बल्कि इस्कॉन मंदिर है।

दावा – ओडिशा के बालासोर में जहां ट्रेन दुर्घटना हुई वहां एक मस्जिद स्थित है

दावा किसने किया – दक्षिणपंथी सोशल मीडिया यूजर्स ने

सच – दावा झूठा है

Pratayksh Mishra

Recent Posts

Fact-Check : क्या हमास का समर्थन करने वाले केरल के लोगों ने इटली के झंडे लेकर पैदल मार्च किया ? सच यहां जानें

7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास के द्वारा इजराइल पर हमला किए जाने के…

11 months ago

Fact-Check : इजरायल-फिलीस्तीन संघर्ष के बाद सोशल मीडिया पर आई वायरल वीडियो की बाढ़, वायरल वीडियो का सच जानें !

Israel-Philistine Conflict Viral Video : 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास के द्वारा इजराइल…

11 months ago

Fact-Check : दैनिक जागरण ने भारतीय सेना के द्वारा पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक किये जाने की फेक न्यूज़ प्रकाशित की

मंगलवार को ‘दैनिक जागरण’ ने राष्ट्रीय संस्करण में पहले पृष्ठ पर ‘भारत ने पाकिस्तान पर फिर की…

1 year ago

Fact-Check : दरभंगा एम्स पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दावा गलत, एम्स निर्माण के लिए अभी जगह तय नहीं हुई

12 अगस्त 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पश्चिम बंगाल…

1 year ago

Fact-Check : असंबंधित विरोध प्रदर्शन की पुरानी तस्वीरें हरियाणा हिंसा से जोड़कर शेयर की गईं

हरियाणा में नूंह हिंसा में अबतक 83 एफआईआर दर्ज, 159 लोग गिरफ्तार किये जा चुके…

1 year ago