FACT CHECK: जी नहीं, घायल महिला की तस्वीर कश्मीर की नहीं सीरिया की है

एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. तस्वीर में स्कार्फ बांधे हुए एक महिला के माथे और चेहरे से खून बह रहा है. दावा किया जा रहा है ये महिला कश्मीर की है. इस तस्वीर से ये बताने की कोशिश की जा रही है कि कश्मीरियों के साथ भारतीय फौज जुल्म कर रही है. ट्वीट के कैप्शन में ये भी दावा किया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय संगठनों के समर्थन से मोदी कश्मीर के लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं.

इस तस्वीर को पाकिस्तान के सोशल मीडिया यूजर्स की तरफ से वायरल किया जा रहा है.

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फैक्ट चेक

इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर बिल्कुल एक जैसी बहुत सारी तस्वीरे दिखाई दीं. तस्वीरों के साथ दी गई जानकारी से पता चलता है कि तस्वीर सीरिया की है.

yandex रिवर्स इमेज सर्त से मिली तस्वीरों का स्क्रीन शॉट

एसोसिएटेड प्रेस यानि AP ने इस तस्वीर को 15 अगस्त 2012 को रिलीज किया था. कई वेबसाइट और अखबारों ने इसे पब्लिश किया था.

timesunion.com नाम की वेबसाइट में 15 अगस्त 2012 को छपी तस्वीर का स्क्रीन शॉट

रिपोर्ट के मुताबिक सीरिया की वायुसेना ने एलिपो शहर में बम गिराए थे. जिसमें 23 लोग मारे गए थे. तस्वीर में दिख रही महिला उसी हमले में घायल हुई थी जो इलाज के लिए अस्पताल पहुंची थी.  

बीबीसी ने भी इस तस्वीर को प्रकाशित किया था. ‘Syria air strikes ‘target civilians’ – Human Rights Watch’ हेडलाइन के साथ बीबीसी ने 15 अप्रैल 2013 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया था. हालांकि तस्वीर के कैप्शन में ये लिखा गया था कि ये एक साल पुरानी तस्वीर है.

बीबीसी में 11 अप्रैल 2013 में प्रकाशित तस्वीर का स्क्रीन शॉट

बीबीसी की इस रिपोर्ट को आप यहां देख सकते हैं.

निष्कर्ष

ये तस्वीर कश्मीर की नहीं है. सोशल मीडिया पर इसे कश्मीर की बताकर गुमराह किया जा रहा है.

दावा- कशमीर में अत्याचार की तस्वीर

दावा करने वाले- पाकिस्तान के सोशल मीडिया यूजर्स

सच- दावा झूठा है

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Gyan Srivastava

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