मसूद अज़हर की मौत की ख़बर चलाने वाले टीवी न्यूज़ चैनलों का फैक्ट चेक

पुलवामा हमले का मास्टर माइंड और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अज़हर का क्या हुआ? दो दिन पहले सभी न्यूज़ चैनलों ने मसूद अज़हर की मौत होने की खबर चलाई। ये खबर सूत्रों के हवाले से चलाई गई थी। कुछ चैनलों ने खुफिया सूत्रों का हवाला दिया। पूरी दुनिया में इस ख़बर को देखा गया।

न्यूज़ 18 ने अपनी ब्रेकिंग न्यूज़ में कहा कि बस मसूद अज़हर की मौत का औपचारिक ऐलान होना बाकी है।

जी न्यूज़ ने बताया कि वो एयर स्ट्राइक के समय वो उसी ट्रेनिंग कैंप में सो रहा था जहां हमला हुआ था। यह भी बताया गया कि मसूद के साथ आईएसआई का एक कर्नल भी था वो भी मारा गया।


मसूद अज़हर की मौत पर न्यूज़ चैनलों की थ्योरी


थ्योरी नं1

हाल ही में पाकिस्तान की तरफ से आधिकारिक रूप से कहा गया था कि मसूद गुर्दे की बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित है। जिसकी वजह से वो चल फिर भी नहीं सकता है। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। इसी बयान के मद्देनज़र ये कहा गया कि बीमारी से उसकी मौत हो गई।


थ्योरी नं-2

 भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर एयर स्ट्राइक किया था। इसलिये ये भी कहा जाने लगा कि वो भारतीय हमले में घायल हो गया था। जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। कहा गया कि वो एयर स्ट्राइक के समय कैंप में सो रहा था।


तथ्यों पर सवाल

इन सभी थ्योरी को लेकर न्यूज़ चैनल्स के पास कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं थी। सभी खुफिया सूत्रों का हवाला देते रहे। सबसे दिलचस्प बात ये थी कि न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने कहा कि खुफिया सूत्र इस खबर की पुष्टि के लिए कोशिश कर रहे हैं। कई बड़े अखबारों ने पीटीआई की इस खबर को प्रमुखता से जगह दी। जबकि न्यूज़ चैनल्स खुफिया सूत्रों के हवाले से ही मौत की खबर चला रहे थे।

टाइ्म्स ऑफ इंडिया और सीएनएन न्यूज़18 एक ही सोर्स के जरिए विरोधाभासी खबर बता रहे हैं


पाकिस्तान का रुख

पाकिस्तान की मीडिया ने इस खबर को बेबुनियाद बताया.। जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया कि मसूद अज़हर ज़िंदा है। जियो टीवी के पत्रकार हामिद मीर ने भी यही कहा। हालांकि पाकिस्तान की तरफ से कोई आधिकारिक बयान इस बारे में नहीं आया।

हम पाकिस्तान के किसी बयान पर भरोसा नहीं करते हैं। औऱ ना हीं उसकी मीडिया की बातों को सही मानते हैं। लेकिन फिर भी पत्रकारिता के लिहाज़ से बहुत सारे सवाल हैं जो अंतराष्ट्रीय स्तर पर हमारी विश्वसनीयता को कम करते हैं।

न्यूज़ चैनल्स पर सवाल

  • ना तो भारत औऱ ना ही पाकिस्तान की तरफ से इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि की गई। सोर्स की विश्वसनीयता क्या थी?
  • मसूद अज़हर की मौत दुनिया भर के लिए एक बड़ी खबर थी ऐसे में बिना पुष्टि के ये खबर क्यों चलाई गई?
  • खुफिया सूत्रों की आड़ लेकर क्या मेनस्ट्रीम मीडिया ने गलत खबर चलाई? खुफिया सुत्रों के हवाले से ही कुछ लोग मौत की बात कह रहे थे। वहीं pti ने उन्ही सूत्रों के हवाले से कहा कि सच्चाई पता करने की कोशिश हो रही है।
  • क्या खुफिया सूत्रों को गलत कोट किया गया?
  • क्या इन चैनलों के सूत्र ये भी बता सकते हैं कि मसूद अजहर ट्रेनिंग कैंप में सो रहा था?

4 मार्च को टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक स्टोरी की जिसमें कहा गया कि पाक आर्मी मसूद अज़हर को बेस अस्पताल से जैश के बहावलपुर कैंप में ले जा रही है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की अज़हर मसूद को कैंप में शिफ्ट करने की 4 मार्च को स्टोरी ( स्क्रीन शॉट)

पुलवामा की घटना के बाद से न्यूज़ चैनलों ने कई गलत खबरे चलाई जिसे इंडिया चेक ने फैक्ट चेक करके साबित किया। मसूद अज़हर की मौत की ख़बर के बारे में अभी तक कोई पुष्टि नहीं की गई। हम यहां पर सभी चैनलों के स्क्रीन शॉट या उनका वीडियो आपको नहीं दिखा पा रहे हैं क्यों कि ये संभव नहीं है। लेकिन लगभघ सभी राष्य्रीय चैनलों ने अज़हर मसूद की मौत की खबर चलाई थी।


निष्कर्ष

दावा- मसूद अज़हर मारा गया

दावा करने वाले- लगभग सभी राष्ट्रीय टीवी न्यूज़ चैनल

सच- ये दावा गुमराह करने वाला है

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