नफरत फैलाना कुछ लोगों का पेशा हो गया है. इसी कोशिश में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियों वायरल किया जा रहा जिसमें कुछ लोग एक व्यक्ति की पत्थर से मार-मारकर हत्या कर देते हैं. पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ नामके एक ट्विटर यूज़र ने इस वीडियो को शेयर किया है. वीडियो के साथ एक कैप्शन लिखा है “मरने वाला हिन्दू और मारने वाला मुसलमान है शायद इसलिए बुद्धिजीवियों की नज़र में ये लिंचिंग नहीं है’’
अब तक इस पोस्ट के 8500 से भी ज़्यादा रिट्वीट किए जा चुके हैं. वीडियो पर भी कुछ लिखा गया है जिसमें मीडिया को इस वीडियो को ना दिखाने के लिए उल्टा सीधा कहा गया है.ये वीडियो काफी डिस्टर्बिंग है इसलिए हम इसे यहां नहीं डाल रहे हैं.अगर आप फिर बी देखना चाहते हैं तो लिंक दिए गये हैं उन्हे क्लिक करके आप देख सकते हैं. इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन आप यहां देख सकते हैं. पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ इससे पहले भी नफरत फैलाने वाली झूठी खबरों को फैलाते पकड़े गए हैं। ट्विटर पर तमाम यूजरों ने इस वीडियो को पोस्ट किया है.
फेसबुक पर भी ये वीडियो वायरल है. फेसबुक यूज़र कविता उपाध्याय ने भी इसी कैप्शन के साथ ये वीडियो शेयर किया है.
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न आप यहां देख सकते हैं.
मदरसे में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने की तस्वीर का फैक्ट चेक
Invid tool के ज़रिए सबसे पहले हमने इस वीडियो के की-फ्रेमस निकाले औऱ फिर इन्हे गूगल रिवर्स इमेज मे सर्च कराया. सर्च परिणाम मे हमें पता चला कि ये वीडियो 2017 में भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. उस समय इसे जम्मू-कश्मीर का बताया गया था. कहा गया था कि वीडियो में सीआरपीएफ के जवानों को कश्मीरी छात्र पत्थरों से कुचल रहे हैं. कई फैक्ट चेकर्स ने उस समय भी ये स्टोरी की थी.
ये वीडियो कई बार अलग-अलग संदेशों के साथ शेयर किया जा चुका है. खास बात है कि हर बार इसे हिन्दू मुसलमानों के बीच नफरत फैलाने के उद्देश्य से फैलाया जाता है. कभी बिहार का बताया जाता है तो कभी पश्चिम बंगाल का. इस वीडियो की असलियत वो नहीं है जो सोशल मीडिया पर वायरल है. ये वीडियो बांग्लादेश का है.बांगलादेश की अवामी लीग पार्टी के नेता मुनीर सरकार की हत्या के आरोपियों को एक भीड़ पत्थरों से मार रही है.इसमें एक शख्स अबु सैयद की मौत हो जाती है औऱ दूसरा मोहम्मद अली घायल. बांगलादेश के कोमिला शहर में ये घटना 1 अप्रैल 2017 की है. बांगलादेश के कई अखबारों और वेबसाइट ने ये स्टोरी कवर की थी.
2 अप्रैल 2017 को यू ट्यूब पर बांग्लादेश के एक युवक ने वीडियो भी अपलोड किया था जिसमें सही जानकारी दी गई थी. बांग्ला भाषा में इसमें लिखा है मुनीर हुसैन सरकार की हत्या के आरोपी अबु सईद औऱ मोहम्मद अली पर बदमाशों ने आक्रमण किया जिसमें अबु सईद की मौत हो गई.
हमारी जांच में ये बात साफ हुई कि ये वीडियो बांग्लादेश का है जिसे भारत में अलग-अलग दावों के साथ के हिन्दू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
दावा- एक वीडियो में हिन्दू को मुसलमान मार रहे हैं
दावा करने वाले- ट्विटर,फेसबुक यूज़र
सच-दावा झूठा है
हमारी फैक्ट चेक स्टोरी में अगर आपको कोई गलती नज़र आती है तो आप हमें ज़रूर लिखें। हम अपनी गलतियों को स्वीकार करने के लिए पूरी तरह से हमेशा तैयार रहते हैं। आप हमें info@indiacheck.in या indiacheck1@gmail.com पर मेल कर सकते हैं। हम एक प्रक्रिया के तहत जांच करेंगे औऱ गलती पाए जाने पर स्टोरी को अपडेट करेंगे।
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