Fact-Check : क्या सावन माह में वाराणसी के रास्ते बिहार, झारखंड जाने वाले रेल यात्रियों को नॉनवेज खाना उपलब्ध नहीं होगा ?

इस बार भगवान शिव की कृपा भक्तों पर 58 दिनों तक बरसने वाली है।4 जुलाई से सावन का पवित्र महीना शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा। वहीं 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिक मास रहेगा। इसी वजह से इस वर्ष सावन का महीना 2 महीने का होगा। इस दौरान कई मीडिया संस्थानों में एक खबर प्रकाशित की है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि‌ भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने सावन माह में वाराणसी के रास्ते बिहार, झारखंड जाने वाले रेल यात्रियों को नॉनवेज खाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ में फूड मेन्यू में यह भी दावा किया जा रहा है कि सावन के दिनों में ट्रेन में बिना लहसुन – प्याज वाला भोजन ही उपलब्ध कराया जाएगा। यह व्यवस्था पूरे सावन माह में लागू रहेगी। सावन शुरू होते ही 4 जुलाई से मांसाहार बंद हो जाएगा। 

दावा करने वाले संस्थानों में एएनआई समाचार एजेंसीज़ी बिहार झारखंड न्यूज़बिहार तकहिन्दुस्तान टाइम्स , गुड न्यूज़ टुडेआजतकटाइम्स नाउएबीपी न्यूज़अमर उजाला और प्रभात खबर शामिल हैं।

 

वायरल दावे का सच क्या है?

वायरल दावे की पुष्टि के लिए हमने IRCTC के ट्विटर हैंडल को स्क्रोल किया लेकिन हमें यहां पर कोई भी स्पष्टीकरण देखने को नहीं मिला। 

आईआरसीटीसी(IRCTC)ने रविवार (2 जुलाई) को उन दावों का खंडन किया जिसमें यह कहा गया कि उसकी खानपान संस्था(IRCTC) ‘सावन’ के महीने में बिहार में केवल शाकाहारी खाद्य पदार्थ ही परोसेगी। मीडिया संस्थानों की रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए आईआरसीटीसी ने कहा, “IRCTC की ओर से ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है।सभी स्वीकृत वस्तुएँ खाद्य इकाइयों से यात्रियों को बिक्री के लिए उपलब्ध हैं“।

साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि यात्रियों की पसंद के अनुसार बिना प्याज और लहसुन का भोजन भी उपलब्ध होगा। 

उपरोक्त ट्वीट में देखा जा सकता है कि मीडिया संस्थानों ने अपनी रिपोर्ट प्रकाशित कर दावा किया तो आईआरसीटीसी ने ट्वीट के रिप्लाई में दावे का खंडन किया है। ट्वीट से स्पष्ट है कि सावन माह के दौरान शिवभक्तों को बिना लहसुन प्याज वाला भोजन उपलब्ध होगा वहीं जो लोग मांसाहार का सेवन करना चाहते हैं तो इस पर भी कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।

हमें कई रिपोर्ट ऐसी भी मिली जिसमें वायरल दावे का खंडन किया गया। इन्हें यहां और यहां देखा जा सकता है। 

निष्कर्ष

indiacheck ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। IRCTC ने मीडिया संस्थानों की रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया देते हुए वायरल दावे का खंडन किया है। सावन माह के दौरान शिवभक्तों को बिना लहसुन प्याज वाला भोजन उपलब्ध होगा वहीं जो लोग मांसाहार का सेवन करना चाहते हैं तो इस पर भी कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।

दावा – आईआरसीटीसी ने सावन के महीने में नॉनवेज खाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। सावन माह में वाराणसी के रास्ते बिहार, झारखंड जाने वाले रेल यात्रियों को नॉनवेज खाना उपलब्ध नहीं होगा।

दावा किसने किया – मीडिया संस्थानों ने

सच – दावा भ्रामक है 

Pratayksh Mishra

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