हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा में सोशल मीडिया का अहम रोल माना जा रहा है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए 2300 वीडियो की पहचान की है। पुलिस का मानना है कि इन्हीं वीडियो ने हिंसा को उकसाने में अहम भूमिका निभाई। हरियाणा के भिवानी में दो मुस्लिम व्यापारियों की हत्या का आरोपी और स्वयंभू गोरक्षक मोनू मानेसर, बिट्टू बजरंगी के अलावा अहसान मेवाती का नाम भी उस लिस्ट में शामिल है जिन्होंने सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान देकर दंगे कराए।
एक ट्वीट थ्रेड में, एहसान मेवाती ने मुस्लिम पक्ष के भड़काने वाले वीडियो साझा किए और मोनू मानेसर की हत्या को बढ़ावा देने वाली बात कही और 31 जुलाई को नूंह में हुए दंगों का जश्न भी मनाया। आर्काइव [1, 2]
वीडियो हिंसा से एक दिन पहले पोस्ट किया गया था जिसमें अहसान ने हिंदुओं को लेकर अपशब्द कहे थे। अहसान मेवाती का फेसबुक पेज 104K से अधिक फॉलोअर्स का दावा करने वाले ने दावा किया कि वह राजस्थान के अलवर का रहने वाला है। इसके बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए कि अहसान मेवाती भारतीय नागरिक होकर स्वयं को पाकिस्तानी क्यों बता रहा है ?
कई नामचीन ट्विटर यूजर्स ने भी इस दावे को सच मानते हुए ट्वीट किए।
अहसान मेवाती का सच
एक फेसबुक अकाउंट के मुताबिक जानकारी मिली कि अहसान मेवाती पाकिस्तान के पंजाब में कहरोर पक्का का रहने वाला है। जो अपने नाम में ‘Ahsan Mewati Pakiistani’ लिखता है।
ध्यान देने वाली बात है कि वह पाकिस्तानी शब्द की स्पेलिंग(Pakiistani) लिखता है।
इस फेसबुक अकाउंट में उनका फोन नंबर लिखा हुआ है और यह ‘030’ से शुरू होता है। जबकि पाकिस्तान के फ़ोन नंबर 11-अंकीय है और वह ’03’ से शुरू होता है।
उनका यूट्यूब चैनल भी अहसान मेवाती के पाकिस्तानी होने का दावा करता है। यूट्यूब के अबाउट सेक्शन में उनका पता पाकिस्तान लिखा हुआ है।
अहसान मेवाती ने इंडिया टुडे को बताया कि वह पाकिस्तान से है और वह कभी भारत नहीं आए।अहसान एक यूट्यूबर और किसान हैं।उन्होंने यह भी कहा कि विभाजन के दौरान उनके पूर्वज भारत से(राजस्थान के अलवर) पाकिस्तान चले गए थे।
निष्कर्ष
indiacheck ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। अहसान मेवाती, पाकिस्तानी हैं। मेवाती पाकिस्तान के पंजाब में कहरोर पक्का का रहने वाला है और वह कभी भारत नहीं आया।
दावा – हरियाणा में दंगे भड़काने वाला अहसान मेवाती भारत में रहता है।
दावा किसने किया – दक्षिणपंथी यूजर्स ने
सच – दावा भ्रामक है