ब्रिटिश कमेंटेटर केटी हॉपकिंस ने भारत में नागरिकता कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन और हिंसा के संबंध में एक वीडियो ट्वीट किया है. इस वीडियो में एक मुस्लिम व्यक्ति बस के शीशे पर पत्थर मार रहा है. हॉपकिंस दावा करती हैं कि ये वीडियो नागरिकता बिल के खिलाफ हो रही हिंसा का है. वीडियो के साथ अपने संदेश में वो कहती हैं ”नागरिकता बिल का विरोध करने वाले मुसलमानों की सोच. भारत को ऐसे नागरिक क्यों चाहिए ? हिन्दुओं ने बनाया, मुसलमान बर्बाद कर रहे हैं. अपना काम करते रहिए मोदी.”
इस वीडियो को अब तक 11500बार रिट्वीट किया जा चुका है.
कौन हैं केटी हॉपकिंस ?
केटी हॉपकिंस भारत की समर्थक दक्षिण पंथी ब्रिटिश पत्रकार हैं. अनुच्छेद 370 पर भी उन्होने मोदी सरकार के फैसले का समर्थन किया था. ब्रिटेन के काफी अखबारों में वो लिखती हैं. भारत में अंग्रेजी चैनलों पर होने वाली बहसों में भाग लेती हैं. हॉपकिंस काफी विवादों में भी रहीं हैं. उनके ऊपर रंगभेद के आरोप भी लगते रहे हैं.
फैक्ट चेक
इनविड टूल के जरिए वीडियो के की-फ्रेमस में तोड़कर इसका रिवर्स इमेज सर्च कराने पर पता चलता है कि ये वीडियो गुजरात के सूरत शहर का है. इस वीडियो को यूट्यूब पर 28 जनवरी 2017 को अपलोड किया गया था. हॉपकिंस ने इसी वीडियो की एक क्लिप पोस्ट की है. ऑरिजनल वीडियो में मुस्लिम व्यक्ति से पहले एक युवक को भी बस पर पत्थर मारते देखा जा सकता है. इसे आप यहां देख सकते हैं.
स्थानीय अखबार दिव्य भास्कर ने अपनी वेबसाइट पर इस वीडियो से संबंधित रिपोर्ट प्रकाशित की थी. रिपोर्ट के साथ ये वीडियो भी है. रिपोर्ट के अनुसार सूरत के उधाना इलाके में एक व्यक्ति को BSRT बस ने टक्कर मार दी थी जिसमें उसे कापी गंभीर चोटें आईं थीं. घटना के बाद नाराज लोगों ने बस पर पथराव कर दिया था. बाद में पुलिस ने लोगों समझाबुझाकर शांत कराया.
निष्कर्ष
हालांकि नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली सहित कई जगह हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. इनमें बसों में आगजनी और तोड़फोड़ बी सामिल है लेकिन ये वीडियो 2 साल पुराना है.इसका नागरिकता कानून के विरोध प्रदर्शन से कोई लेना देना नहीं है.
दावा- नागरिकता कानून के विरोध में मुस्लिम व्यक्ति ने बस के शीशे पर पथराव किया
दावा करने वाले- ब्रिटिश पत्रकार केटी हॉपकिंस
सच- दावा गलत है