शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के बडगाम इलाके में सेना के जवान को आतंकवादियों द्धारा अगवा की खबर से सनसनी फैल गई। ये खबर सभी अखबारों और न्यूज़ पेपर औऱ न्यूज़ चैनलों ने प्रमुखता से चलाई। खबर में बताया गया कि सेना के JAKLI यूनिट के जवान को बडगाम ज़िले के काज़ीपुरा चदूरा स्थित उनके घर से आतंकवादियों ने अगवा कर लिया है। वो इस दौरान छुट्टी पर थे। अखबारों की रिपोर्ट के मुताबिक जवान अपनी बहन की शादी के सिलसिले में 26 फऱवरी से 31 मार्च तक छुट्टी पर है। कुछ अखबारों और चैनल की वेबसाइट के स्क्रीन शॉट नीचे देख सकते हैं।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने भी इस खबर को ट्वीट किया।
ये खबर उस समय आई जब घाटी में पुलवामा की घटना के बाद से काफी तनाव है। इस घटना में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के 40 जवानों की हत्या कर दी थी।
इंडिया टुडे, जागरण, हिंदुस्तान टाइम्स, अमर उजाला सहित लगभग सभी मीडिया संस्थानों ने इस खबर को चलाया।
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सेना की अपील, कयास पर ना चलाएं खबर
इस खबर के अगले दिन यानि 9 मार्च को सेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया। जिसमें कहा गया कि सेना का जवान पूरी तरह से सुरक्षित हैं। ये खबर गलत है। सेना की तरफ से मीडिया से अपील की गई कि कयास पर आधारित खबरें ना चलाएं।
इसके बाद सभी अखबारों औऱ चैनलों ने इस खबर को अपडेट तो कर दिया है। सही खबर को अमर उजाला, हिंदुस्तान टाइम्स , इंडिया टुडे, टाइम्स ऑफ इंडिया, न्यूज़18,जागरण पर देख सकते हैं। इसके अलावा भी सभी ने इस खबर को अपडेट किया।
पिछले साल राइफलमैन औरंगज़ेब का अपहरण करके आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। औरंगज़ेब ईद मनाने के लिए छुट्टी पर अपने घर जा रहे थे।