अर्नब गोस्वामी के वीडियो को मेटा डाटा के आधार पर फर्जी बताने का दावा गलत है-FACT CHECK

अर्नब गोस्वामी पर कथित हमले की जानकारी सार्वजनिक होने के समय को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं. अर्नब ने इसकी जानकारी खुद एक वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया पर दी थी. कांग्रेस के कुछ नेताओं और अन्य सोशल मीडिया यूजरों का दावा है कि वीडियो पहले ही शूट जा चुका था. ये दावा वीडियो के मेटा डाटा के आधार पर किया जा रहा है.

इसके अलावा एक दावा और किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि  बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा को जानकारी हमले से पहले ही मिल गई थी. इसका आधार है पात्रा का ट्वीट और रिपब्लिक टीवी के ट्वीट में समय के अंतर का. यूथ कांग्रेस नेता श्रीवत्स ने दावा किया कि ऐसा लग रहा है जैसे पात्रा को अटैक होने से पहले ही पता चल गया था. उन्होने पात्रा का ट्वीट और रिपब्लिक टीवी के ट्वीट का स्क्रीन शॉट भी साथ में पोस्ट किया. दोनों के पोस्ट करने का टाइम अगर देखें तो पात्रा ने एक मिनट पहले ट्वीट किया है.

पालघर में साधुओं की हत्या को लेकर अर्नब गोस्वामी की सोनिया गांधी के खिलाफ रिपब्लिक टीवी पर एक शो के दौरान टिप्पणी को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है. कांग्रेस नेताओं ने इस पर कड़ा एतराज जताया. गोस्वामी के खिलाफ कई राज्यों में मुकदमा भी दर्ज किया गया है. इसी दौरान 22 अप्रैल की रात या ये कहें कि 23 अप्रैल को अर्नब गोस्वामी का एक वीडियो आता है जिसमें वो अपने ऊपर हमला होने की बात कहते हैं. इस वीडियो में गोस्वामी बताते हैं कि 12 बजकर 15 मिनट पर मुंबई में दफ्तर से घर जाते समय उनपर हमला किया गया. उस समय उनकी पत्नी भी उनके साथ थीं लेकिन हमले में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ. गोस्वामी इस कथित हमले में सोनिया गांधी का हाथ होने का दावा करते हैं. गोस्वामी पर एफआईआर को लेकर लॉकडाउन के बीच सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई की. कोर्ट ने तीन हफ्ते तक गोस्वामी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है.

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फैक्ट चेक

इंटरनेट पर कई ऐसी वेबसाइट हैं जिनके जरिए किसी भी वीडियो का मेटाडाटा पता किया जा सकता है.लेकिन ये वीडियो अगर ट्विटर या यूट्यूब से लिया गया है तो ये ऑरिजनल फाइल की जानकारी नहीं बल्कि अपलोड की गई पाइल की जानका री देगा. ऑरिजनल फाइ की जानकारी के लिए उसी डिवाइस से वीडियो चाहिए होगा जिससे उसे शूट किया गया है. ऐसी ही एक वेबसाइट metadata2go.com जिसका इस्तेमाल करके अर्नब गोस्वामी का वीडियो शेयर करके दावा किया जा रहै कि वीडियो पहले ही शूट कर लिया गया था यानि ये सब प्री-प्लान्ड था . अब हम इन दोनों दावों का फैक्ट चेक करते हैं

पहला दावा- वीडियो पहले ही शूट किया जा चुका था

सोशल मीडिया यूजर और कांग्रेस के नेताओं ने ट्विटर और यूट्यूब पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को पहले डाउनलोड किया और फिर मेटाडेटा बताने वाली वेबसाइट metadata2go.com का इस्तेमाल किया. गौरव पांधी ने अरनब के जिस वीडियो का जिक्र किया है उसके मेटा डाटा में समय 22 अप्रैल शाम 8 बाजकर 17 मिनट दिखाई दे रहा हैा.  अपने दावे को दिखाने के लिए उन्होने मेटाडाटा बताने वाली वेबसाइट से मिले परिणाम का स्क्रीन शॉट भी लगाया है.

यही रिजल्ट हमको भी मिलता है जब हमने रिपब्लिक टीवी के ट्विटर पर पोस्ट किए गए वीडियो को इसी वेबसाइट के जरिए मेटाडाटा निकाला.

.लेकिन ये टाइम ऑरिजनल वीडियों के शूट के टाइम का नहीं है. ये वही टाइम है जिस टाइम पर रिपब्लिक टीवी ने इसे ट्विटर पर पोस्ट किया था. पहली बात तो ये कि जब भी हम अपने कैमरे से बनाए गए वीडियो या तस्वीर को दूसरे प्लेटफॉर्म यानि ट्विटर या यूट्यूब आदि पर अपलोड करते हैं तो इसकी ऑरिजनल फाइल की जानकारिया बदल जाती हैं.ऑरिजनल वीडियो शूट के समय की बजाए ये दूसरे प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने का समय बताता है. दूसरी बात ये कि दुनिया भर में समय का मानक GMT होता है जो भारतीय समय से 5 घंटे 30 मिनट पीछे चलता है. ट्विटर ,यूट्यूब GMT को फॉलो करते हैं. मतलब इन प्लेटफॉर्म पर अपलोड किए वीडियो के मेटाडेटा में दिखाए गए समय में जब हम 5 घंटे 30 मिनट जोड़ेंगे तो भारत के समय का पता चलेगा. गौरव पांधी ने जो समय बताया है उस समय में अगर 5 घंटे 30 मिनट जोड़ दें तो वही समय आ जाएगा जिस वक्त ट्विटर पर इस वीडियो को रिपब्लिक टीवी ने पोस्ट किया था.

निष्कर्ष

सोशल मीडिया पर मेटा डाटा के आधार पर किया जा रहा ये दावा कि वीडियो पहले ही शूट कर लिया गया था. मेटा डाटा ऑरिजनल शूट का नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर अपलोड किया गये वीडियो का है

दूसरा दावा-संबित पात्रा और अशोक पंडित को हमले की जानकारी पहले ही हो गई थी

ये दावा संबित और अशोक पंडित के ट्वीट और सोशल मीडिया पर रिपब्लिक टीवी के ट्वीट के आधार पर किया जा रहा है. दरअसल दोनों ने रिपब्लिक टीवी के ट्वीट से पहले ही हमले के बारे में पोस्ट कर दिया था इसलिए ये दावा किया गया कि उन्हे हमले के पहले से ही जानकारी हो गई थी. लेकिन ऐसा नहीं है.अर्नब गोस्वामी अपने वीडियो में दावा करते हैं कि उन पर हमला 12 बजकर 15 मिनट पर किया गया. रिप्ब्लिक टीवी ये खबर 12 बजकर 35 मिनट पर टिकर पर ब्रेक करता है. और संबित पात्रा 01 बजकर 05 मिनट पर ट्वीट करते हैं. साफ है कि हमले से पहले कोई जानकारी वो नहीं पोस्ट करते हैं.

स्क्रीन शॉट में देख सकते हैं कि रिपब्लिक टीवी ने अरनब पर हमले की खबर 12 बजकर 35 मिनट पर ब्रेक की थी.

निष्कर्ष

साफ है कि ये भी दावा गलत है कि संबित पात्रा को अर्नब पर हमले की जानकारी हमले से पहले ही हो गई थी

Meenu Chaturvedi

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