जी नहीं,NASA के नाम पर वायरल शानदार तस्वीर भारत में दिवाली सेलिब्रेशन की नहीं है

एक शानदार रंगबिरंगी तस्वीर हर साल दिवाली की रात की बताकर हर जगह दिखाई देती है. दावा किया जाता है कि इस तस्वीर को NASA ने भारत में दिवाली की रात को अतरिक्ष से खींचा है. इस साल भी यही कहा जा रहा है. लोग इसे देखकर मंत्रमुग्ध हैं.

साल 2019

‘INDIA AT NIGHT DURING DIWALI’ कैप्शन के नाम से इसे सेयर किया जा रहा है.

ये सिलसिला 2012 से जारी है. कई बड़े बड़े लोग इस तस्वीर को बड़े फख्र के साथ पोस्ट करते रहे हैं. साल 2015 में फिल्म डायरेक्टर मधुर भंडारकर ने इसे पोस्ट किया था.

साल 2015

साल 2016

ये भी पढ़ें

प्रधानमंत्री मोदी के भारत लक्ष्मी अभियान के समर्थन के लिये महिला खिलाड़ियों को क्या किसी ने एक जैसी भाषा में लिखकर दिए ट्वीट ?

फैक्ट चेक

क्या दिवाली पर वाकई नासा ने ये तस्वीर खींची ?

तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च कराने पर हमे पता चला कि ये पिछले 7 सालों से दिवाली के मौके पर वायरल हो रही है. नेशनल ओशेनिक ऐंड एटमॉस्फेयरिक एडमिनिस्ट्रेशन यानि NOAA ने कई सेटेलाइट तस्वीरों को मिलाकर इसे साल 2003 में बनाया था. NOAA के वैज्ञानिक क्रिस एलविज (Chris Elvidge) के अनुसार ये तस्वीर जनसंख्या वृद्धि को दिखाता है. इसे अलग-अलग लाइट्स से प्रदर्शित किया गया है. सफेद लाइट 1992 के पहले दिखाई देती थी जबकि नीली, हरी और लाल लाइट्स 1992,1998 और 2003 से दिखनी शुरू हुई. असली तस्वीर का स्क्रीन शॉट आप नीचे देख सकते हैं. यहां इसका आर्काइव्ड वर्ज़न है.

साल 2003 में NOAA की बनाइ गई तस्वीर जिसे पॉपुलेशन ग्रोथ को दर्शाने के लिए कई सेटेलाइट इमेज को मिलाकर ग्राफिक के जरिए बनाया गया

क्या NASA ने कभी दिवाली की तस्वीर खींची है ?

जी हां, हमारी जांच पड़ताल के दौरान ये जानकारी मिली NASA ने 12 नवंबर, 2012 की रात को साउथ एशिया की तस्वीर ली थी. इस तस्वीर को आप नीचे देख सकते हैं. इसके बारे में NASA की एक रिपोर्ट भी यहां पढ़ सकते हैं. NASA ने भी सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर को खारिज किया था.

12 नवंबर 2012 को NASA की दिवाली सेलिब्रेशन की रात की तस्वीर

तस्वीर में शहरों को अलग-अलग दर्शाने के लिए रोशनी का इस्तेमाल किया गया था. ज्यादातर चमकीले स्थान भारत के शहर को प्रदर्शित कर रहे हैं.

निष्कर्ष

सोशल मीडिया पर वायरल दिवाली की तस्वीर झूठी है. इस तस्वीर को NASA ने नहीं कैप्चर किया है. ये एक ग्रैफिक इमेज है जिसे कई सेटेलाइट तस्वीरों को मिलाकर पॉपुलेशन ग्रोथ को बताने के लिए बनाया गया है.

हमारी फैक्ट चेक स्टोरी में अगर आपको कोई गलती नज़र आती है तो आप हमें ज़रूर लिखें. हम अपनी गलतियों को स्वीकार करने के लिए पूरी तरह से हमेशा तैयार रहते हैं. आप हमें info@indiacheck.in या indiacheck1@gmail.com पर मेल कर सकते हैं. हम एक प्रक्रिया के तहत जांच करेंगे औऱ गलती पाए जाने पर स्टोरी को अपडेट करेंगे. आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. हमारा ट्विटर हैंडल है @indiacheck1

Meenu Chaturvedi

Recent Posts

Fact-Check : क्या हमास का समर्थन करने वाले केरल के लोगों ने इटली के झंडे लेकर पैदल मार्च किया ? सच यहां जानें

7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास के द्वारा इजराइल पर हमला किए जाने के…

1 year ago

Fact-Check : इजरायल-फिलीस्तीन संघर्ष के बाद सोशल मीडिया पर आई वायरल वीडियो की बाढ़, वायरल वीडियो का सच जानें !

Israel-Philistine Conflict Viral Video : 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास के द्वारा इजराइल…

1 year ago

Fact-Check : दैनिक जागरण ने भारतीय सेना के द्वारा पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक किये जाने की फेक न्यूज़ प्रकाशित की

मंगलवार को ‘दैनिक जागरण’ ने राष्ट्रीय संस्करण में पहले पृष्ठ पर ‘भारत ने पाकिस्तान पर फिर की…

1 year ago

Fact-Check : दरभंगा एम्स पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दावा गलत, एम्स निर्माण के लिए अभी जगह तय नहीं हुई

12 अगस्त 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पश्चिम बंगाल…

1 year ago

Fact-Check : असंबंधित विरोध प्रदर्शन की पुरानी तस्वीरें हरियाणा हिंसा से जोड़कर शेयर की गईं

हरियाणा में नूंह हिंसा में अबतक 83 एफआईआर दर्ज, 159 लोग गिरफ्तार किये जा चुके…

1 year ago