NCP नेता संजय शिंदे की मौत के बाद उनको पालघर केस का आरोपी बताने का दावा झूठा है-FACT CHECK

हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी NCP के नेता संजय शिंदे की एक हादसे में कार में जलकर मौत हो गई. शिंदे की मौत के बाद सोशल मीडिया पर लगातार एक झूठ प्रचारित किया जा रहा है कि वो पालघर में साधुओं की हत्या के केस में मुख्य आरोपी थे. लोग NCP नेता की हादसे में मौत का वीडियो डालकर दावा कर रहे हैं कि उनको साधुओं की हत्या की सजा मिल गई. एक ट्विटर यूजर ने दावा किया ‘’जलती हुई कार जो आप देख रहे है वास्तव में अंदर एनसीपी के संजय शिंदे नाम के एक राक्षस की चिता जल रही है जो पालघर में मारे गए साधुओं की हत्याओं का आरोपी था जब कल्पवृक्षगिरी जी चोट खाते हुए भी मुस्कुरा रहे थे तो उनका भाव यही था कि ईश्वर के घर देर है पर अंधेर नहीं न्याय अवश्य होगा..’’

इस साल 16 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर जिले में भीड़ ने कार में सवार तीन लोगों की हत्या कर दी थी. जिनमें दो साधू और एक ड्राइवर थे. पूरे देश में इस घटना के बाद काफी बवाल मचा था. सोशल मीडिया पर इसे सांप्रदायिक रंग भी दिया गया. घटना की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की गई थी. आपको बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना- NCP-कांग्रेस गठबंधन की सरकार है. पालघर की घटना के बाद से ही महाराष्ट्र सरकार निशाने पर है. NCP नेता संजय शिंदे की मौत के बाद सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ किया जा रहा प्रचार इसी का हिस्सा है. अक्सर झूठी खबरें पोस्ट करने वाले पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ नामके ट्विटर हैंडल ने लिखा ”महाराष्ट्र पालघर साधुओं के मुख्य हत्यारे NCP नेता संजय शिंदे की कार एक्सीडेंट में जिंदा जलकर हुई मौत ! भगवान के घर देर है अंधेर नही”

कुछ औऱ ट्विटर यूजर्स के पोस्ट आप यहां, यहां, यहां देख सकते हैं.

फेसबुक पर भी ये दावा वायरल है.

एक और पोट आप यहां देख सते हैं.

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नीट टॉपर आकांक्षा सिंह का फेक ट्विटर अकाउंट बनाकर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश

फैक्ट चेक

संजय शिंदे की कार हादसे में हुई मौत को काफी मीडिया संगठनों ने रिपोर्ट किया था. रिपोर्ट के अनुसार य़े घटना 13 अक्टूबर को हुई थी. NCP नेता संजय शिंदे की कार में मुंबई-आगरा रोड पर पिंपालगांव बासवंत टोल प्लाजा के निकट अचानक आग लग गई. शिंदे ने कार से निकलने की कोशिश की मगर बाहर नहीं आ पाए. कार के भीतर उनकी आग में जलकर मौत हो गई थी. ये रिपोर्ट आप यहां देख सकते हैं.

हमने पालघर की घटना में जांच में पाए गए आरोपियों के नाम का पता लगाने की कोशिश की. इस दौरान हमें महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख का 22 अप्रैल को पोस्ट किया गया एक ट्वीट में मिला जिसमें उन्होने आरोपियों की लिस्ट भी अटैच की थी. इस लिस्ट में 101 आरोपियों के नाम हैं लेकिन संजय शिंदे का नाम नहीं है.

इसके अलावा हमने न्यूज पेपर रिपोर्टस में भी संजय शिंदे का नाम ढूढ़ा लेकिन हमे कहीं भी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें उनका नाम हो. पालघर की घटना की जांच सीआईडी कर रही है. केस की जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया कि ये झूठी खबर है. संजय शिंदे का नाम आरोपियों की लिस्ट में नहीं है. उनका इस केस से कोई मतलब नहीं है.

निष्कर्ष

NCP नेता संजय शिंदे की मौत के बाद उनको पालघर केस का मुख्य आरोपी बताने का दावा झूठा है . उनका इस केस से कोई मतलब नहीं है. जांच कर रही एजेंसी के अनुसार शिंदे का नाम कभी भी जांच के दौरान सामने नहीं आया. और ना ही उनका नाम FIR में है.

दावा- कार दुर्घटना में मारे गए NCP नेता संजय शिंदे पालघर केस के मुख्य आरोपी हैं

दावा करने वाले- सोशल मीडिया यूजर

सच-दावा झूठा है

हमारी फैक्ट चेक स्टोरी में अगर आपको कोई गलती नज़र आती है तो आप हमें ज़रूर लिखें. हम अपनी गलतियों को स्वीकार करने के लिए पूरी तरह से हमेशा तैयार रहते हैं. आप हमें info@indiacheck.in या indiacheck1@gmail.com पर मेल कर सकते हैं. हम एक प्रक्रिया के तहत जांच करेंगे औऱ गलती पाए जाने पर स्टोरी को अपडेट करेंगे. आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. हमारा ट्विटर हैंडल है @indiacheck1

Meenu Chaturvedi

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