खालिस्तान और पाकिस्तान समर्थित नारों की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल है. दावा किया जा रहा है कि ये नारे कृषि कानून के खिलाफ किसानों के आंदोलन  के दौरान लगाए गए जबकि ऐसा नहीं है. वीडियो में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ भी नारे सुने जा सकते हैं. बीजेपी महिला मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज प्रीति गांधी ने ये वीडियो क्लिप पोस्ट करते हुए लिखा ‘’किसान आंदोलन के दौरान हाथ में पाकिस्तानी झंडा और खालिस्तान के समर्थन  में नारे ? क्या ये वाकई किसान हैं ?’’ प्रीति गांधी ने ये ट्वीट बाद में डिलीट कर दया लेकिन इसका आर्काइव्ड वर्जन आप यहां देख सकते हैं.

केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तरप्रदेश के कई किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं. हाल ही में इन संगठनों ने केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ अभियान शुरू किया है. बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं. सरकार अभी तक इनको मनाने में सफल नहीं हो पाई है.किसानों की मांग है कि इन तीनों कानूनों को वापस लिया जाए. सोशल मीडिया पर ये वीडियो शेयर करके दावा किया जा रहा है कि किसान आंदोलन में देश विरोधी लोग शामिल हैं.

रोहित सरदाना फैन क्लब फेसबुक पेज पर एक यूजर ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा ‘’सरदारजी मोदी सरकार हाय हाय के नारे लगा रहे है, यह तो समझ में आता है.. लेकिन ये पाकिस्तान जिंदाबाद खालिस्तान जिंदाबाद के नारे क्यों’’ ऑरिजनल पोस्ट आप यहां देख सकते हैं.

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शाहीन बाग की दादी बिल्किस बानो की किसान आंदोलन में शामिल होने की वायरल तस्वीर झूठी है.

फैक्ट चेक

वीडियो को की-फ्रेम्स में तोड़कर रिवर्स इमेज सर्च कराने पर कई वीडियो मिलते हैं . यूट्यूब पर न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपने चैनल पर इसे 7 जुलाई 2019 को अपलोड किया है. ये वीडियो वायरल वीडियो क्लिप का लंबा वर्जन है. इस वीडियो में वही सिख व्यक्ति खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए दिखाई देता है. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में ICC  क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान  खालिस्तान और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए गए था. इंगलैंड में रहने वाले कुछ सिखों ने पाकिस्तान और खालिस्तान के झंडे लेकर ये नारेबाजी की थी. उनके साथ कुछ पाकिस्तानी फैंस भी थे. ये वीडियो आप नीचे देख सकते हैं.

वायरल और ऑरिजनल वीडियो की तस्वीरों की तुलना भी आप नीचे देख सकते हैं.

कई अखबारों ने भी ये रिपोर्ट प्रकाशित की थी.डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट आप यहां देख सकते हैं.

निष्कर्ष

खालिस्तान और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए वायरल वीडियो क्लिप का दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है. ये वीडियो साल 2019 मे इंगलैंड में हुए ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान का है.

दावा-वायरल वीडियो क्लिप मे लग रहे पाकिस्तान और खालिस्तान के समर्थन में लग रहे नारे किसान आंदोलन के दौरान के हैं

दावा करने वाले-प्रीति गांधी, सोशल मीडिया यूजर

सच-दावा झूठा है 

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