एक वीडियो है जिसमें बुरका पहनें मुस्लिम महिलाओ पर कुछ लड़के पानी फेंक रहें है। औऱ महिलाएं उनसे बचने के लिए भाग रहीं है। इस वीडियो के साथ एक संदेश है जो भारत को मुस्लिम विरोधी बताने की कोशिश करता है। ये वीडियो लाखों लोग देख चुके हैं अब तक। ट्विटर पर ज़ैद हामिद नाम के हैंडल से इसे 1 मार्च 2019 को पोस्ट किया गया है। इस वीडियो के साथ अंग्रेज़ी में एक संदेश है जिसका हिंदी में भाव कुछ इस तरह का है।
सदभावना दिखाना, बकवास! पहले ही बताया था कि हमारा दुश्मन बेइमान और दुष्ट है, उसके लिए ना तो इसांनियत का कोई सम्मान है ,ना ही हमारी महिलाओं और बच्चों के लिए सम्मान है। ये भारत में सामान्य चीज है। उस पायलट को जाने दो फिर देखना कि वो कितना नीचे गिरेंगे।
ये साहब पाकिस्तान के रहने वाले हैं। औऱ खुद को ऱक्षा विशेषज्ञ कहते हैं। ये वीडियो 1लाख 67 हज़ार बार देखा जा चुका है।यही वीडियो कुछ इसी तरह के संदेश के साथ नवाब शमी नाम से ट्वीट किया गया है। इन्होने भी अंग्रेज़ी में संदेश लिखा है। जिसका नीचे हिंदी में अनुवाद है।
अल्पसंख्यकों से भारतीय इसी तरह का व्यवहार करते हैं। अल्पसंख्यकों को छोड़िए, क्या महिलाओं से व्यवहार का ये तरीका होता है ? वो भी केवल इसलिए कि वे बुर्का पहने हैं और इतनी मज़बूत नहीं हैं कि जवाब दे सकें। विश्व की रेप की राजधानी में केवल गाय ही सुरक्षित है।
इस पोस्ट के वीडियो को 78 हज़ार बार देखा गया। इसके अलावा भी इसे लोगों ने शेयर किया है।
सच्चाई पता लगाने का तरीका
इन दोनों पोस्ट पर काफी लोगों के कमेंट थे। कुछ लोगों ने इस वीडियो को श्रीलंका में छात्रों की रैगिंग का बताया है।
यहीं से हमने अपनी जांच आगे शुरू की। इससे संबधित की-वर्डस का इस्तेमाल करके यूट्यूब पर हमने सर्च किया तो श्रीलंका रैगिंग नाम से कई वीडियो दिखाई दिए। फिर फिल्टर का इस्तेमाल करके पिछले एक हफ्ते के दौरान पोस्ट किए गए वीडियो सर्च किए।एक वीडियो हमें मिला जो बिलकुल वैसा ही था जैसा हम खोज रहे थे। इस पर कैप्शन है ‘साउथ ईस्टर्न युनिवर्सिटी स्टूडेंट रैगिंग’। नीचे एक औऱ कैप्शन है ‘मुस्लिम लड़के मुस्लिम लड़कियों की रैगिंग करते हुए’।
ये वीडियो आप नीचे देख सकते हैं।
श्रीलंका में रैगिंग के दौरान बाल्टी से पानी फेंकने के अलग अलग वीडियो हमे दिखाई दिए। युनिवर्सिटी ऑफ कोलंबों का एक पुराना वीडियो नीचे आप देख सकते हैं।
श्रीलंका के विश्वविद्यालय औऱ कॉलेज में रैगिंग एक बड़ी समस्या है। नए छात्रों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। प्रशासन को हिंसा के डर से विश्वविद्यालय को थोड़े दिनों के लिए बंद भी करना पड़ जाता है। हाल ही में युनिवर्सिटी ऑफ जाफना ने भी इस तरह का फैसला किया है।
https://srilankamirror.com/news/13125-university-of-jaffna-temporarily-closed-due-to-ragging
इस वीडियो का फैक्ट चेक इससे पहले altnews.in औऱ times of india कर चुका है। इसके बावजूद भी इन ट्विटर हैंडल से वीडियो को नहीं हटाया गया। इससे साफ ज़ाहिर कि इनका मकसद भारत की छवि ख़राब करना है।
निष्कर्ष
दावा – भारत में मुस्लिम महिलाओं पर पानी फेंककर परेशान करने का दावा
दावा करने वाले- पाकिस्तान के ट्विटर यूज़र ज़ैद ज़मान हामिद औऱ स्पेन के नवाज़ शमी
सच- दावा बिल्कुल झूठा है। श्रींलंका के वीडियो को भारत का बताकर बदनाम करने की साज़िश