JNU के छात्र बढ़ी हुई फीस के लेकर आंदोलन पर हैं. उनकी मांग है कि जब तक फीस में की गई वृद्धि वापस नहीं होगी वो अपना आंदोलन जारी रखेंगे. इस बीच सोशल मीडिया पर खेमेबाजी शुरू हो गई है. तमाम तस्वीरें ऐसी पोस्ट की जा रहीं हैं जो विश्वविद्यालय की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली हैं. INDIA CHECK ने इन तस्वीरों की जांच करके ये पता लगाने की कोशिश की है कि इनमे कितनी सच्चाई है.
पहली तस्वीर
इस तस्वीर को रिशी बागड़ी नामके ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया. साथ में कैप्शन लिखा गया ”ये विराधाभास है कि 40 साल की एक छात्र रेड मी 6 प्रो मोबाइल फोन से अपनी तस्वीर पोस्ट करके कहती हैं कि वो 300 रुपए की हॉस्टल फीस देने में सक्षम नहीं हैं.” रिशी बागड़ी दक्षिण पंथी समर्थक सोशल मीडिया यूज़र हैं और पहले भी कई बार फेक न्यूज़ फैलाते हुए पकड़े गए हैं.
इसी तस्वीर को बीजेपी समर्थक शेफाली वैद्या ने भी शेयर किया है जिसमें उन्होने तस्वीर में दिख रही युवती की उम्र 35 साल बताई है. इसके अलावा कपड़ों के दाम, हेयर स्टाइल पर खर्च को लेकर तंज किया.
सच्चाई
ये तस्वीर कनकलता यादव की है. जो JNU में रिसर्च स्कॉलर हैं. उन्होने 18 नवंबर खुद अपनी तस्वीर को पोस्ट किया था. साथ में दिल्ली पुलिस पर छात्रों के आंदेलन को धमकाने का आरोप लगाया था. ट्विटर पर उनके बायोडेटा के अनुसार उनका जन्म 1 दिसंबर 1995 को हुआ है. मतलब लगभग 24 साल.
दूसरी तस्वीर
ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. नीचे शुभम नाम के ट्विटर हैंडल से इसे पोस्ट किया गया है. तस्वीर में एक लड़की दिखाई देती है जिसके साथ कुछ लोग खड़े हैं. तस्वीर देखकर ऐसा लगता है कि वो कुछ बोल रही है. तस्वीर पर जी न्यूज का लोगो है. इसके साथ कैप्शन लिखा है ”मोहतर्मा JNU की 43 साल की छात्रा हैं, और कमाल की बात उनकी बेटी मोना भी 12वीं मे JNU में ही पढ़ती हैं”
शुभम नामके टिवटर हैंडल के बायोडेटा में लिखा है ” NAMO Again, DATA VISUALIZATION EXPERT” ये दावा करते हैं कि उनको पीयुष गोयल, निर्मला सीतारमण सहित अन्य बीजेपी नेता फॉलो करते हैं. इनका ट्विटर प्रोफाइल आप यहां देख सकते हैं.
तस्वीर की सच्चाई
इस तस्वीर को जी़ न्यूज पर प्रसारित किए गए एक शो से निकाला गया है. 15 नवंबर को JNU में छात्रों के प्रदर्शन के दौरान का ये वीडियो है. जिसमें चैनल ने छात्रों पर कवरेज के दौरान बदसलूकी करने का आरोप लगाया था. इस वीडियो को आप यहां देख सकते हैं.तस्वीर में दिख रही है युवती का नाम संभावी सिद्धी है. विश्वविद्यालय के फ्रेंच भाषा के विभाग से ये मास्टर कर रहीं हैं. सिद्धी से बात करने पर उन्होने बताया कि ये तस्वीर उनकी ही है.और वो मीडिया के प्रपोगेंडा के खिलाफ नारेबाजी कर रहीं थीं. उन्होने ये भी बताया कि उनकी उम्र 23 साल है.
तीसरी तस्वीर
ये तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल है. इस तस्वीर में एक बुजुर्ग महिला हैं जिनको पुलिस हिरासत में लेकर बस में बिठाती नजर आ रही है. तस्वीर के साथ संदेश है ”क्या ये सोचकर दिल्ली पुलिस ने की बुढ़ापे में हड्डी टूट जाय तो जुड़ती नहीं जेएनयू के इस फ्रेशर छात्र पर लाठी चार्ज नहीं किया”
रिवर्स इमेज सर्च कराने पर इस तस्वीर के कई परिणाम दिखाई देते हैं. इनका JNU छात्रों के आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है. ये तस्वीर मई के महीने में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगई के खिलाफ लगे यौन शोषण के आरोप लगाने वाली महिला के समर्थन किए गए प्रोटेस्ट की है.
कई महिला संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट पर उस दौरान प्रदर्शन किया था. अखबारों की रिपोर्ट से पता चला कि तस्वीर में दिख रही महिला सीपीआई नेता एनी राजा हैं. हमने सीपीआई ऑफिस से बात करके भी पुष्टि की है. ये प्रदर्शन 7 मई 2019 को हुआ था.
चौथी तस्वीर
इस तस्वीर में एक व्यक्ति कुछ लोगों के साथ नज़र आ रहा है. जिसके बारे में दावा किया जा रहा है ”ये केरला के 47 साल के मोइनुद्दीन हैं जो 1989 से JNU के छात्र हैं”
सच्चाई क्या है ?
तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति का नाम पंकज है.चित्रकूट के रहने वाले हैं औऱ 2019 में इन्होने JNU में एडमिशन लिया . सामुदायिक स्वास्थ्य में ये पीएचडी कर रहे हैं. इंडिया चेक से पंकज ने बताया कि इनकी उम्र 30 साल है.इन्होने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस से मास्टर किया है. ये तस्वीर हाल ही में जेएनयू में बढ़ी हुई हॉस्टल फीस के खिलाफ प्रदर्शन की है. पंकज का ट्विटर प्रोफाइल आप यहां देख सकते हैं.