राहुल गांधी की भारत यात्रा को लेकर 2 तस्वीरें वायरल हैं. कुछ लोग इन दो तस्वीरों का कोलाज बना कर पोस्ट कर रहे हैं तो कोई अलग-अलग. तस्वीरों में लोगों की जबरदस्त भीड़ है. दावा किया जा रहा है कि ये दोनों कर्नाटक के बेल्लारी की तस्वीरें हैं. 15 अक्टूबर को राहुल गांधी ने बेल्लारी में एक सभा को संबोधित किया था. उसके बाद से ये तस्वीरें वायरल हैं. महाराजगंज से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने एक तस्वीर ट्वीट करके कैप्शन लिखा ”मा. सांसद राहुल गांधी की बेल्लारी में सभा”
इस एक तस्वीर को कांग्रेस के पूर्व सांसद डॉक्टर राजेश मिश्रा ने तस्वीर के साथ दावा किया ”राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बेल्लारी की आम सभा का दृश्य. औतिहासिक, अदभुत और अकल्पनीय”
कांग्रेस नेता रितु चौधरी ने दो तस्वीरों का कोलाज पोस्ट करके यही दावा किया. आर्काइव
कुछ और लोगों ने भी दो तस्वीरों का कोलाज पोस्ट किया.
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक में चल रही है. यात्रा में लोगों की अच्छी खासी भागेदारी नजर आ रही है. 15 अक्टूबर को बेल्लारी में यात्रा के 1000 किलोमीटर पूरा होने के मौके पर कांग्रेस ने एक जनसभा की. लेकिन सोशल मीडिया पर भीड़ की दो तस्वीरें वायरल हैं जिनका इस यात्रा से कोई संबंध नहीं
फैक्ट चेक
पहली तस्वीर
सच क्या है ?
गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर ये तस्वीर हमे ‘MAHAKURCI’ नामके फेसबुक पेज पर दिखाई दी. तस्वीर में कोई डिटेल नहीं थी. लेकिन ये करीब 3 महीने पोस्ट की गई थी. इससे एक बात तो साबित होती है कि इसका संबंध भारत जोड़ो यात्रा से नहीं है. क्योंकी यात्रा सितंबर से शुरू हुई थी.
सर्च के परिणाम में हमे Reinhard Bonnke नामके फेसबुक पेज भी ये तस्वीर दिखाई दी.इसे 20 जुलाई 2020 में अपलोड किया गया था.
इस पेज से मिली जानकारी के आधार पर कुछ की-वर्डस की सहायता से हमने गूगल सर्च में किया तो हमे यही तस्वीर कुछ और जगहों पर दिखाई दी. Reinhard Bonnke के बारे में भी पता चला. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक Reinhard Bonnke ईसाई धर्म के प्रचारक थे. 79 साल की आयु में साल 2019 में उऩका निधन हो गया था. अफ्रीका उनका कार्यक्षेत्र था. लाखों लोग उनका प्रवचन सुनने आते थे. ये रिपोर्ट आप यहां पढ़ सकते हैं. Reinhard Bonnke ने क्रिश्चियन फॉर आल नेशंस यानि ‘cfan’ नामकी एक संस्था बनाई थी. इस संस्था की वेबसाइट में भी ये तस्वीर देख सकते हैं. azusa report नाम की वेबसाइट पर Reinhard Bonnk crusade nigera नाम के कैप्शन से 13 मार्च 2018 को ये तस्वीर पोस्ट की गई.
वायरल और ऑरिजनल तस्वीर की तुलना देख सकते है.
निष्कर्ष
ये तस्वीर बेल्लारी में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की नहीं है. नाइजीरिया में ईसाई धर्म के प्रचारक Reinhard Bonnke की एक सभा की है. हम इसके समय की ठीक जानकारी नहीं कर पाए हैं लेकिन ये 2018 के पहले की है.
दूसरी तस्वीर
सच क्या है ?
इस तस्वीर का गुगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर ट्विटर पर ये कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल पर दिखाई देती है. साल 2021 में तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवती रेड्डी की महबूबनगर में हुई सभा की ये तस्वीर है.
निष्कर्ष
ये तस्वीर एक साल पुरानी है. इसका भी भारत जोड़ो आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है.