मीडिया संस्थानों ने 8-9 साल पुरानी तस्वीरों को इमरान पर फायरिंग के बाद की तस्वीर बताया-FACT CHECK

गुरुवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हमले के बाद दो पुरानी तस्वीर मेन स्ट्रीम मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल हुईं. दावा किया गया कि तस्वीरें इमरान खान के गोली लगने के बाद घायल होने की हैं. इसमे से एक तस्वीर को जी न्यूज और द मिंट ने अपनी वेबसाइट पर रिपोर्ट के साथ प्रकाशित की. आर्काइव यहां और यहां देख सकते हैं.



 इस तस्वीर को एनडीटीवी, लोकमत और स्काई न्यूज ने भी अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया. इमरान खान पर उनके आजादी मार्च के दौरान फायरिंग की गई. जिसमे वो घायल हो गए थे. ये घटना वजीराबाद के पास की है. इमरान लाहौर के अस्पताल में भर्ती हैं और खतरे से बाहर हैं. दूसरी तस्वीर न्यूज 24 और जयपुर के दैनिक भास्कर के संपादक तरुण शर्मा ने ट्वीट की जिसका आर्काइव वर्जन यहां और यहां देख सकते हैं.

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वायरल तस्वीर में पीएम मोदी के साथ ओरेवा ग्रुप के चेयरमैन ओधावजी के होने का दावा गलत है

तस्वीरों की सच

पहली तस्वीर

इस तस्वीर का गूगल इमेज रिवर्स सर्च करने पर हमे इमरान खान का 17 अगस्त 2014 का एक ट्वीट मिला जिसमें ये तस्वीर पोस्ट की गई थी. तस्वीर के साथ कैप्शन पर लिखा है ‘धरने की रात’

इस पोस्ट से ये बात साफ हो गई कि वायरल तस्वीर साल 2014 की है. इसका इमरान खान पर फायरिंग की घटना से कोई लेना देना हीं हैं. इसके अलावा हमे द हिन्दू अखबार की वेबसाइट में एक रिपोर्ट मिली जिसमे इमरान खान का वही ट्वीट मिला जिसमें उन्होने धरने पर अपी लेटे हुए तस्वीर पोस्ट की थी. रिपोर्ट में बताया गया कि 14 अगस्त 2014 को इमरान खान इस्लामाबाद में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ चुनाव में गड़बड़ी की जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे. 17 दिसंबर2014 को पेशावर में आतंकी हमले के बाद अपना धरना खत्म करने का फैसला किया था. ये रिपोर्ट आप यहां देख सकते हैं.

दूसरी तस्वीर

दूसरी तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमे गार्जियन अखबार की वेबसाइट में एक वीडियो मिला जिसमें स्टेज पर चढ़ने के दौरान वो गिर जाते हैं. और उनको चोट लगती है. वीडियो में वायरल तस्वीर भी नजर आती है. 7 मई 2013 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के अनुसार लाहौर में एक रैली के दौरान ये हादसा होता है जिसमे इमरान खान को गंभीर चोट लगती है. ये रिपोर्ट और वीडियो आप यहां देख सकते हैं. नीचे वीडियो का स्क्रीन शॉट है.

बीबीसी ने भी इस खबर को अपनी वेबसाइट पर 8 मई 2013 को प्रकाशित किया है. जिसे यहां देख सकते हैं.

निष्कर्ष

इमरान खान की पहली तस्वीर 8 साल पुरानी है. और दूसरी 9 साल पुरानी है. गुरुवार को वजीराबाद के पास उनपर हुई फायरिंग से इन तस्वीरों का कोई लेना देना है.

दावा- आजादी मार्च के दौरान इमरान  खान के गोली लगने के बाद की तस्वीरें

दावा करने वाले- मीडिया संस्थान, सोशल मीडिया यूजर

सच- दोनों तस्वीरें पुरानी है. दावा गलत है.

Meenu Chaturvedi

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