दुनिया भर में अपने कार्टूनों के लिए मशहूर फ्रांस की व्यंगात्मक मैगजीन चार्ली हेबडो का एक एडिटेड कार्टून भारत में तेजी से वायरल हो रहा है.कार्टून का फ्रेंच भाषा में टाइटिल है ‘’Les esclaves sexuelles de Boko Haram’’ इसके नीचे एडिट करके बबल में लिख दिया गया है ‘शाहीन बाग’. कार्टून में सिर पर स्कार्फ पहने 4 गर्भवती महिलाएं दिखती हैं जिनकी भावभंगिमा से लगता है कि वो विरोध जता रहीं हैं. और शाहीन बाग चिल्ला रहीं हैं. ‘#All lives matter’ नामके ट्विटर यूजर ने जामिया की छात्रा सफूरा जरगर पर तंज करते हुए अंग्रेजी में लिखा जिसका हिन्दी में अनुवाद है ‘’सफोला बर्गर बहन प्रेगनेंसी मुबारक हो. लोगों ने मुझे बताया कि बैंगनी रंग वाली वही है, कथित तौर पर तस्वीर उस समय की है जब वो शाहीन बाग से मोदी-शाह को गाली दे रहीं थी.’’ इस ट्विटर हैंडल के बॉयो के अनुसार पीएम मोदी इनको फॉलो करते हैं.
सफूरा नागरिकता विरोधी कानून के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा लेती रही हैं. उनपर दिल्ली में दंगे भड़काने का भी आरोप है. काफी दिनों तक वो जेल में रहीं . अब जमानत पर हैं. सफूरा शादी-शुदा हैं. जेल जाने से पहले वो प्रेगनेंट थीं. शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ हुए महिलाओं के धरने में भी उन्होने हिस्सा लिया था. कुछ औऱ ट्वीट आप यहां, यहां, यहां देख सकते हैं.
शाहीन बाग, साउथ दिल्ली में स्थित एक जगह का नाम है. ये नए नागरिकता कानून के खिलाफ महिलाओं के लगातार विरोध प्रदर्शन की वजह से पूरी दुनिया में सुर्खियों में आया था. पिछले साल दिसंबर में संसद के दोनो सदनों में नागरिकता कानून पास होने के बाद यहां की रहने वाली महिलाओं ने ये धरना शुरू किया था. करीब 100 दिन तक लगातार ये धरना चलता रहा था. ये एडिटेड कार्टून फेसबुक पर भी इसी दावे के साथ वायरल है.
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फैक्ट चेक
तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर बहुत सारी वेबसाइट पर ये कार्टून मिलता है. ऑरिजनल कार्टून में शाहीन बाग कहीं नहीं लिखा है.’ Hoodedutilitarian’ नामकी वेबसाइट में 7 जनवरी 2015 को प्रकाशित एक लेख मे ये कार्टून मिलता है. ये वही समय था जब पेरिस में मैगजीन के दफ्तर में घुसकर 12 लोगों की हत्या कर दी गई थी. लेख का टाइटल है ‘’In the Wake of Charlie Hebdo, Free Speech Does Not Mean Freedom From Criticism’’ इसे आप यहां पढ़ सकते हैं. कार्टून में शाहीन बाग की जगह बबल में फ्रेंच भाषा में लिखा है ‘’TOUCHEZ PAS À NOS ALLOCS!’’
साफ है कि वायरल कार्टून में बॉक्स में लिखे शब्दों को बदलकर ‘शाहीन बाग’ को छोड़कर बाकी सब एक जैसा है. वायरल कार्टून में अंग्रेजी में लिखे शाहीन बाग की स्पेलिंग ‘SHAHEEN BAG’ लिखी है जबकि सही स्पेलिंग ‘SHAHEEN BAGH’ है. एक और वेबसाइट ‘MEDIUM’ में भी प्रकाशित एक लेख में ये तस्वीर मिलती है. ये लेख 16 सितंबर 2015 को प्रकाशित हुआ था. इसे आप यहां देख सकते हैं. नीचे स्क्रीन शॉट है.
कार्टून में नाइजीरिया के आतंकी संगठन बोको हरम की महिला पीड़ितों को दिखाया गया है जो फ्रांस की वेलफेयर नीति को बनाने वालों की आलोचना कर रही हैं. सिर पर स्कार्फ पहने हुए चार प्रेगनेंट नाजीरियाई महिलाएं चिल्ला रही हैं ‘TOUCHEZ PAS À NOS ALLOCS’ जिसका अंग्रजी में अनुवाद है ‘DON’T TOUCH OUR ALLOCS’ यानि ‘हमारे संसाधनों को मत छुओ’ कार्टून का फ्रेंच में टाइटल है ‘Les esclaves sexuelles de Boko Haram en colère’ जिसका अंग्रेजी में अनुवाद है ‘Angry Boko Haram sex slaves’ यानि ‘गुस्से में बोको हरम की सेक्स स्लेव्स’
ये कार्टून सबसे पहले कहां और कब प्रकाशित हुआ था ये हम पता करने की कोशिश कर रहे हैं. जैसे ही पता लगेगा हम आपको अपडेट करेंगे.
चार्ली हेबडो धर्म पर बनाए गए अपने कार्टून को लेकर काफी विवादास्पद भी है. पैंगंबर पर बनाए कार्टून को लेकर 7 जनवरी 2015 को पेरिस में मैगजीन के दफ्तर पर दो मुस्लिम बंदूकधारियों ने हमला करके 12 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. हाल ही में फ्रांस में एक शिक्षक की कार्टून के बारे में छात्रों को बताने पर उसकी हत्या कर दी गई और एक पादरी पर जानलेवा हमला किया गया.
निष्कर्ष
चार्ली हेबडो मैगजीन का भारत में वायरल कार्टून को एडिट किया गया है. कार्टून में बबल में लिखे शब्दों को हटाकर शाहीन बाग लिख दिया गया है. ऑरिजनल कार्टून में शाहीन बाग का कोई जिक्र नहीं है.
दावा-चार्ली हेबडो ने शाहीन बाग पर कार्टून बनाया
दावा करने वाले-सोशल मीडिया यूजर
सच-दावा झूठा है